राष्ट्रगान
जन गण मन अधिनायक जय हे।
भारत भाग्य विधाता।।
पंजाब सिंधु गुजरात मराठा।
द्राविड़ उत्कल बंग।।
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा,
उच्छल जलधि तरंग।।
तव शुभ नामे जागे,
तव शुभ आशिष माँगे।।
गाहे तव जय गाथा।।
जन गण मंगलदायक जय हे,
भारत-भाग्य विधाता।।
जय हे, जय हे, जय हे,
जय जय जय जय हे।।
राष्ट्रगीत
वंदे मातरम्!
सुजलाम्। सुफलाम्, मलयज-शीतलाम्
शस्यश्यामलम् मातरम्!
शुभ्रज्योत्सना, पुलकितयामिनीम्
फुल्लकुसुमित द्रुमदल शोभिनीम्
सुहासिनीम् सुमधुर भाषिणीम्
सुखदाम् वरदाम् मातरम्!
संविधान परिषद् ने 24 जनवरी, 1950 को ‘जन.गण.मन. अधिनायक’ को राष्ट्रगान घोषित करते हुए प्रसिद्ध राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ को भी राष्ट्रीय गान का गौरव प्रदान किया।