Pre Ph-D. Result 2021 Declared | प्री. पी.एच-डी. वर्ष 2021 की परीक्षाओं का परीक्षाफल घोषित
कुमांऊ विश्वविद्यालय की प्री. पी.एच-डी. पाठ्यक्रम वर्ष 2021 (Pre Ph-D. Result 2021 Declared) की परीक्षाओं का परीक्षाफल विश्वविद्यालय की वेबसाईट www.kumainital.ac.in के माध्यम से घोषित किया जा रहा है। प्री पी एच-डी पाठ्यक्रम वर्ष 2021 के विद्यार्थी परीक्षाफल विश्वविद्यालय की वेबसाईट www.kumainital.ac.in के Pre Ph D Section में जाकर अपना अनुक्रमांक, नाम, विषय एवं जन्म तिथि अंकित कर अंकतालिका का प्रिंट आउट ले सकते है।
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Pre. PHD. Examination results of the year 2021 declared
Kumaun University Pre Ph -D. (Pre Ph-D. Result 2021 Declared) The result of the examinations of the course year 2021 is being declared through the university’s website www.kumainital.ac.in. Students of the Pre Ph.D course year 2021 can take a print out of the mark sheet by entering their roll number, name, subject and date of birth in the Pre Ph D section of the university website www.kumainital.ac.in.
Folk Culture | राज्य सरकार लोक संस्कृति के संरक्षण एवं लोक विधाओं को आगे बढ़ाने हेतु प्रतिबद्व है
मुख्यमंत्री ने किया 48 वीं राष्ट्रीय जूनियर कबड्डी चैम्पियनशिप-2022 का शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को हरिद्वार स्थित पंतद्वीप मैदान पंहुचकर 48 वीं राष्ट्रीय जूनियर कबड्डी चैम्पियनशिप-2022 का द्वीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने देश के 30 राज्यों से आये खिलाड़ियों के साथ सांकेतिक रुप से कबड्डी खेलते हुए खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि खिलाड़ी खेल को खेल की भावना से खेलकर देश का नाम रोशन करे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार निरंतर खेल प्रेमियों के लिए कन्धे से कन्धा मिलाकर खड़ी है। उन्होने कहा कि जब भी वे खिलाडियों के बीच आते हैं तो उन्हे गौरव की अनुभूति होती है। कहा कि कबड्डी एक रोचक खेल है जिसे उन्होने बाल्यकाल में काफी खेला है। उन्होने कहा कि खिलाड़ियों के बीच आकर सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। Pre Ph-D. Result 2021 Declared
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से दूरस्थ गांवों में छुपी खेल प्रतिभा को मंच देने का कार्य कर रही है। कहा कि ऐसे प्रतिभावान खिलाड़ी जो अभाव या कमी के कारण अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन नहीं कर पाते है उनके लिए प्रदेश सरकार समर्पण भाव से कार्य कर रही है। बच्चों में उर्जा का एक अलग ही स्तर होता है जिसे खेल में लगाकर खिलाड़ी नाम कमाने के साथ ही खेल को अपना प्रोफेशन बना सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल में हार जीत दो पहलू है जिसे खुले दिल से स्वीकर करना चाहिए। कहा कि खेल को खेल की भावना से खेलकर प्रसिद्धि पाना सुखद होता है जिससे खिलाडी को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। आज देश हर क्षेत्र आगे बढ़ रहा है, उन्होंने कहा कि खिलाड़ी कोई भी मुकाबला खेलने के लिए देश से बाहर जाते हैं तो प्रधानमंत्री जी उनसे स्वयं बातकर हौसला बढ़ाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज खेलों में पारदर्शी तरीके से प्रतिभावान खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री उदयीमान खिलाड़ी योजना, खेल छात्रवृत्ति योजनाए लागू की हैं। प्रदेश में खिलाड़ियों को तैयारियों के लिए जरुरी सुविधा मिले इसके लिए नई खेल नीति लागू की गई है। उन्होंने कहा कि देहरादून में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज को स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के रुप में विकसित किया जा रहा है, इसके अलावा गावों में युवा सेहतमंद रहें इसके लिए प्रत्येक ग्राम पंचायतों में ओपन जिम की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने खेल प्रोत्साहन राशि को भी बढ़ाने का काम किया है।
कार्यक्रम विधायक श्री मदन कौशिक, श्री आदेश चौहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष स्वामी रविद्र पुरी महाराज, हरिद्वार महापौर अनिता शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष संदीप गोयल, रुड़की भाजपा जिलाध्यक्ष शोभाराम प्रजापति, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, उत्तखण्ड कबड्डी एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष बृजभूषण विद्यार्थी समेत जिलाधिकारी डा0 विनय शंकर पांडेय , एसएसपी अजय सिंह समेत बड़ी संख्या में विभिन्न राज्यों के प्रतिभागी मौजूद रहे।
Folk Culture | राज्य सरकार लोक संस्कृति के संरक्षण एवं लोक विधाओं को आगे बढ़ाने हेतु प्रतिबद्व है
ग्रीनसेल को भारत में सुरक्षित ई-बसों के लिए अग्रणी डीएफ़आई के एडीबी से 55 मिलियन डॉलर की मंजूरी मिली है, और गोल्डमैन सैक्स और ब्लूमबर्ग से 5.2 डॉलर का अनुदान प्राप्त हुआ है
- इसे भारत में वित्त विकास संस्थान से इस तरह की पहली मंजूरी मिली है
- यह भारत में परिवहन क्षेत्र की पहली निजी कंपनी है, जिसे अनुदान मिला है
- यह वैश्विक रूप से परिवहन क्षेत्र में पहला निजी प्रोजेक्ट है, जिसे एडीबी द्वारा श्रेणी आई: लैंगिक समानता थीम के तहत वर्गीकृत किया गया है
एशियन डेव्लपमेंट बैंक (एडीबी), एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) तथा क्लीन टेक्नॉलॉजी फ़ंड (सीटीएफ़) ने ग्रीनसेल एक्सप्रेस प्रा॰ लि॰ (जीईपीएल) के साथ मिल कर 255 एलेक्ट्रिक बैटरी से चलने वाली बसों (ई-बसों) को विकसित करने के एक 55 मिलियन डॉलर के आर्थिक पैकेज पर हस्ताक्षर किए हैं, जो साल में भारत भर में 56 अंतरनगरीय मार्गों पर 5 मिलियन लोगों को सेवाएँ देंगी, तथा बेहतर सुरक्षा फीचर्स, जिनमें कैमरे, ट्रैकिंग और पैनिक बटन जैसे फीचर शामिल हैं, जो तुरंत प्रतिकृया के लिए कमान कंट्रोल से जुड़े हुए होंगे, के चलते यात्रियों की, खास तौर पर महिलाओं की सुरक्षा में बढ़ोतरी करेंगी। Pre Ph-D. Result 2021 Declared
इसके अलावा, सीटीएफ़ से 325,000 डॉलर तथा गोल्डमैन सैक्स तथा ब्लूमबर्ग के जलवायु नवोत्पाद तथा विकास निधि (सीआईडीएफ़) से 5.2 मिलियन डॉलर का अनुदान भी हासिल किया है। सीआईडीएफ़ अनुदान सौर शक्ति के साथ बैटरी ऊर्जा के भंडारण की प्रणाली का विकास कर के 255 में से 100 ई-बसों के डिकार्बोनाइज़ेशन में आंशिक रूप से आर्थिक सहायता प्रदान करेगा। कुल मिला कर इस प्रोजेक्ट से साल भर में लगभग 15,000 टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।
“हमारे शहरों में ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी लाने के लिए परिवहन का विद्युतीकरण एक मुख्य कारक साबित हो सकता है। इस वित्तीय सहायता से भारत के जलवायु उद्देश्यों और दीर्घकालीन विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए भारत में स्वच्छ और दीर्घकालीन कारोबारों में निवेश कर के उन्हें बढ़ावा देने का हमारा एजेंडा रफ्तार पकड़ेगा।” एवरसोर्स कैपिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर तथा सीईओ धनपाल झवेरी ने कहा।
आगे, सुमित मित्तल, सीओओ तथा डायरेक्टर – वित्त, ग्रीनसेल मोबिलिटी ने कहा, “यह आर्थिक पैकेज ग्रीनसेल मोबिलिटी में एक मीवेश के अलावा भी बहुत कुछ है; यह भारत के हरित, सुरक्षित और इसके कारण अधिक स्थिर भविष्य में निवेश है। हम हम भारत में परिवहर के विद्युतीकरण में शक्तिशाली धक्के में शामिल होते हुए पैन-इंडिया के साझा विद्युत परिवहन में अग्रणी खिलाड़ी बनने के अपने प्रयासों के रूप में इसका स्वागत करते हैं। ग्रीनसेल एक्सप्रेस प्र॰ लि॰ (जीईपीएल) की पेशकश के साथ, हम शहर से शहर तक की बस यात्रा का खंड ले कर आए हैं, जिसके तहत हम विद्युत बसें, जो नए युग के भारतीय यात्रियों, खास कर महिलाओं के लिए सुरक्षित, बिना झटकों का यात्रा अनुभव ले कर आए हैं।”
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जैसे जैसे देश का शहरीकरण बढ़ रहा है, भारत के सार्वजनिक परिवहन की आवश्यकताओं में निरंतर तेज़ी से वृद्धि अपेक्षित है। 2020 में सभी यात्री दौरों में सड़क परिवहन का प्रतिशत 87, कुल ऊर्जा खपत 18 प्रतिशत और ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन 11.7% था।
“भारत के लिए अपनी नेट-ज़ीरो जलवायु प्रतिबद्धताओं तक पहुंचने के लिए सार्वजनिक परिवहन का डीकार्बोनाइजेशन आवश्यक है, और यात्रा को अधिक समावेशी बनाने के लिए महिला यात्रियों की रक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करना भी आवश्यक है।” एडीबी के निजी क्षेत्र के संचालन विभाग के महानिदेशक सुजैन गैबौरी ने कहा, “महिलाओं के लिए सुरक्षित परिवहन प्रदान करके, ये शहर से शहर तक की बसें आर्थिक और आजीविका के अवसरों में भाग लेने की उनकी क्षमता को बढ़ाएँगी।”
इस प्रोजेक्ट ने 2x लिंग वित्तपोषण रेटिंग के लिए अर्हता प्राप्त की है, जो एक चुनौती थी, जो वित्त विकास संस्थानों के बीच लिंग लेंस निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए 2018 में G7 शिखर सम्मेलन में शुरू की गई थी।
जीईपीएल ग्रीनसेल मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड (ग्रीनसेल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो ग्रीन ग्रोथ इक्विटी फंड (जीजीईएफ) की एक प्लेटफॉर्म कंपनी है। जीजीईएफ़ भारत में एक भारतीय वैकल्पिक निवेश कोष है जिसका प्रबंधन एवरसोर्स कैपिटल द्वारा भारत में हरित बुनियादी ढांचे के लिए संस्थागत पूंजी जुटाने के लिए किया जाता है। Pre Ph-D. Result 2021 Declared
ग्रीनसेल मोबिलिटी (ग्रीनसेल) को सिद्ध वैश्विक अनुभव, ई-मोबिलिटी प्रौद्योगिकी के विकास और भारत में परिवहन के विद्युतीकरण के लिए भारत सरकार के मजबूत धक्का का लाभ उठाकर एक अग्रणी अखिल भारतीय साझा इलेक्ट्रिक मोबिलिटी खिलाड़ी बनने के लिए स्थापित किया गया है। वर्तमान में, ग्रीनसेल महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में करीब 1,400 ई-बस परियोजनाओं को लागू कर रहा है, जिनमें से 600+ ई-बसें भारत के 21 शहरों में चल रही हैं।
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