उत्तराखंड में शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था का सही न होना यहां से पलायन का मुख्य कारण बनता जा रहा है। यहां के लोग अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए गांव से मैदानी क्षेत्रों में जा रहे हैं और अपने बच्चों को वहां पर शिक्षा दीक्षा दे रहे हैं। 

इन बच्चों को यहीं पर ही सही प्रकार से शिक्षा मिल जाये तो यहां पर रहने वाले लोग अपने बच्चों को यहीं पर ही शिक्षा दे सकते हैं इससे एक तो यहां से पलायन रुकेगा और दूसरा हमारे गांव भी आबाद रहेंगे। 

इस कार्य को सफल बनाने के लिए बेलम सिंह नेगी के नेतृत्व एवं निरंतर प्रयास व स्कूल अध्यापिकाओं की अनुमति एवं सहयोग के साथ मुख्यतः सतेंद्र रावत द्वारा 43 इंच का टीवी स्कूल को भेंट किया गया एवं कम्प्यूटर गुरु शिक्षण संस्थान (बापूग्राम, आईडीपीएल ऋषिकेश देहरादून) की तरफ से धारकोट निवासी महेंद्र नेगी और पुष्पेन्द्र बिष्ट, कम्प्यूटर सेंटर हेड द्वारा ऑडियो-वीडियो पाठ्यक्रम वेबसाइट एवं अन्य साफ्टवेयर उपलब्ध कराया गया जिससे स्मार्ट क्लास की शुरुआत की गई। 

आजकल उत्तराखंड के हर प्राइमरी स्कूल में कम्प्यूटर मौजूद होगा लेकिन उस कम्प्यूटर का इस्तेमाल बहुत कम ही स्कूलों में हो रहा है। अगर हम धारकोट स्कूल की बात करें तो यहां पर यह कम्प्यूटर लगे एक साल हो गया था लेकिन अभी तक इस कम्प्यूटर का उपयोग नहीं हुआ था। 

कम्प्यूटर गुरु शिक्षण संस्थान का जिन्होंने यहां के बच्चों के भविष्य के लिए यह कदम उठाया और आज यह बच्चे स्मार्ट क्लास (First Smart School) का आनंद ले रहे हैं। आज के बच्चे ही कल देश का भविष्य बनेंगे। अगर हम सब लोगों ने बच्चों को सही शिक्षा दीक्षा दे दी तो यह बच्चे कल अपनी और देश की तकदीर बदल सकते हैं।