Tributes paid to martyred warriors | केन्द्रीय रक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री श्री धामी ने उत्तराखण्ड के वीरगति प्राप्त योद्धाओं को दी श्रद्धांजलि -जानिए खबर
एकता, अखंडता और अस्मिता की रक्षा में सर्वाच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों को राज्यपाल ने किया नमन -जानिए खबर
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने ‘भारतीय थल सेना दिवस’ के अवसर पर सभी देशवासियों और प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। Tributes
इस अवसर पर उन्होंने सभी वीर सैनिकों, पूर्व सैनिकों और सेना के सभी परिवारजनों को भी इस गौरवशाली अवसर पर विशेष रूप से बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय सेना वीरता, शौर्य, पराक्रम, बलिदान और साहस का सबसे बड़ा प्रतीक है। इसी लिए देश की सेना और वीर जवानों के प्रति प्रत्येक भारत वासी के दिलों में एक गौरव और सम्मान का भाव दिखाई देता है। Tribute s
उन्होंने राष्ट्र की एकता, अखंडता और अस्मिता की रक्षा में सर्वाच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों को नमन किया।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री श्री धामी ने उत्तराखण्ड के वीरगति प्राप्त योद्धाओं को दी श्रद्धांजलि दी
वहीं देहरादून में शौर्य स्थल पर केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को चीड़बाग का उद्घाटन किया। केन्द्रीय रक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने शौर्य स्थल पर पुष्प चक्र अर्पित कर उत्तराखण्ड के वीरगति प्राप्त योद्धाओं को श्रद्धांजलि दी।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने शौर्य स्थल का अवलोकन किया एवं शहीदों के परिजनों से मुलाकात भी की।
सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी, जनरल अनिल चौहान सीडीएस , सांसद श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह, पूर्व राज्यसभा सांसद श्री तरूण विजय एवं मेजर जनरल संजीव खत्री ने भी उत्तराखण्ड के वीरगति प्राप्त योद्धाओं को श्रद्धांजलि दी। Tributes
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अन्तरिम राहत के तौर पर अभी तक 1.87 करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि प्रभावित परिवारों को वितरित की गई।
- भारत सरकार के स्तर पर सी0बी0आर0आई0 द्वारा प्रभावितों की स्वयं की सुरक्षित भूमि पर प्री फैब हट निर्माण पर सहमति दी गई।
- जोशीमठ में अस्थायी रूप से चिन्हित राहत शिविरों के कक्षों की संख्या बढ़ाकर 615 की गई हैं जिनकी क्षमता 2190 लोगों की हो गई है
- शीतलहर को देखते हुए राहत शिविरों में विस्थापितों के लिए हीटर एवं अलाव के पुख्ता इंतजाम किए गए
सचिव आपदा प्रबन्धन डा0 रंजीत कुमार सिन्हा ने शनिवार को जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के उपरान्त राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे राहत एवं बचाव, स्थायी/अस्थायी पुनर्वास आदि से सम्बन्धित किये जा रहे कार्यो की मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार की ओर से प्रति परिवार विस्थापन हेतु अग्रिम के रूप 125 परिवारों को 187.50 लाख रूपये की धनराशि वितरित कर दी गयी है।
भारत सरकार के स्तर पर सी0बी0आर0आई0 द्वारा विस्थापितों की स्वयं की सुरक्षित भूमि पर प्री फैब हट में सहायता दी जा रही है। प्रशासन द्वारा शीतलहर को देखते हुए नगर पालिका जोशीमठ में 10 स्थानों पर अलाव जलाये गये हैं। राहत शिविरों में हीटर की व्यवस्था की गई है।
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सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी कि राहत शिविरों की क्षमता में वृद्धि करते हुए अस्थायी रूप से जोशीमठ में कुल 615 कक्ष/कमरे है जिनकी क्षमता 2190 लोगों की है तथा पीपलकोटी में 491 कक्ष/कमरे है जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है।
प्रभावितों को वितरित राहत राशि के तहत प्रति परिवार 5000 रूपये की दर से घरेलू राहत सामग्री हेतु अभी तक कुल 73 ( कुल 3.65 लाख रूपये ) प्रभावितों को वितरित की गई है। तीक्ष्ण / पूर्ण क्षतिग्रस्त भवन हेतु 10 प्रभावितों को 13.00 लाख रूपये धनराशि वितरित की गई है। मकान किराये के लिए 10 लोगों ने आवेदन किया है। Tributes
सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी दी कि अभी तक 782 भवनों की संख्या जिनमें दरारें दृष्टिगत हुई है। उन्होंने जानकारी दी कि गांधीनगर में 01, सिंहधार में 02, नोहरबाग में 05, सुनील में 07 क्षेत्र / वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 148 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित है। 223 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये है। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 754 है। Tributes