Dr BA Raji Award Medal | भारतीय वानस्पतिक सर्वे में प्रो ललित तिवारी को दिया गया डॉक्टर बी ए राजी पुरस्कार मेडल
Dehradun: प्रो ललित तिवारी को देहरादून में भारतीय वानस्पतिक सर्वे में डॉक्टर बी ए राजी पुरस्कार मेडल (Dr BA Raji Award Meda) दिया गया तथा एक प्रमाण पत्र दिया गया जिसमें बी एस आई के निदेशक डॉक्टर ए ए माओ तथा महासचिव डॉक्टर एस के सिंह के हस्ताक्षर है।
ज्ञातव्य हो कि यह पुरस्कार प्रो. ललित मोहन तिवारी को ऑनलाइन दिया गया। वहीं प्रो ललित मोहन तिवारी ने कहा मुझे बड़ी खुशी है कि भावीपीढ़ी के लिए अद्यतन कार्यों में सहायक सिद्ध होंगें। साथ ही डॉक्टर बी एस खोलिया, प्रो पी एल उनियाल दिल्ली विश्वविद्यालय तथा डॉक्टर चंद्रशेखर भी सम्मानित हुए।
नारी शक्ति पर आधारित पुस्तक का विमोचन
साथ ही कुलपति कुमाऊं विश्वविद्यालय प्रो एन के जोशी ने नारी शक्ति पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा की नारी ने अपनी सृजनात्मक स्वभाव के अनुकूल समाज के हर क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई है और उसने बड़े पैमाने पर संघर्ष भी किया है और आज भी कर रही है पर एक बड़ा सवाल नारी की गरिमा का है। Dr BA Raji Award Medal
कठोर कानूनों के बावजूद भी महिला हिंसा एवं अत्याचार की घटनाएं निरंतर बढ़ रही है ऐसे समय में यह्र पुस्तक इन्हीं सवालों के जवाब खोजने की पहल में एक कदम है। यह पुस्तक महिलाओं की शैक्षिक, सामाजिक और आर्थिक परिस्थिति से संबंधित विषयों को केंद्र में रखकर प्रकाशित की गई है यह सभी वर्ग छात्र-छात्राओं शिक्षकों अभिभावकों एवं समाज के प्रत्येक व्यक्ति के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।
इस पुस्तक के अंतर्गत सभी ने अपने आलेखों में महिलाओं की सभी मुद्दों को अपने-अपने ढंग से प्रस्तुत किया है। जिसके द्वारा समाज में महिलाओं की स्थिति को सुधारने हेतु जागरूकता लाई जा सकती है। पुस्तक का शीर्षक महिला सशक्तिकरण का बदलता परिदृश्य चुनौतियां एवं संभावनाएं है तथा पुस्तक को प्रोफेसर नीता बोरा शर्मा, विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान विभाग निदेशक महिला अध्ययन केंद्र एवं प्रोफेसर चंद्रावती जोशी बी एड विभाग एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी के द्वारा संपादित की गई है। Dr BA Raji Award Medal
इस पुस्तक के अंतर्गत लगभग 18 शोध पत्रों का संकलन किया गया है जिसके अंतर्गत लैंगिक समानता और मानव अधिकार, वन गुर्जर समुदाय में महिलाओं की स्थिति, महिला सशक्तिकरण और शिक्षा, नारीवाद , भारतीय नारी के सम्मुख सामाजिक सुरक्षा और चुनौतियां , असंगठित क्षेत्र में महिलाओं की समस्या, जेंडर डिस्क्रिमिनेशन एंड विमेन राइट्स ,स्टडी ऑफ एनई पी एंड जेंडर इंक्लूजन, अंडरस्टैंडिंग जेंडर सोशलाइजेशन, जेंडर इक्वलिटी इन इंडियन सिनेरियो ,लीगल सेफ गार्ड फॉर विमेन इन इंडिया, स्टडी ऑफ अवेयरनेस ऑफ राइ सिक्ख कम्युनिटी वूमेन एजुकेशन एंड गवर्मेंट वेलफेयर प्रोग्राम, जेंडर एंड क्लाइमेट चेंज, विमेन इश्यूज एंड चैलेंजिस इन ट्वेन्टी फर्स्ट सेंचुरी आदि अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर पुस्तक के अंतर्गत चर्चा की गयी है।
पुस्तक का प्रकाशन तनिशा पाब्लिर्सस के द्वारा किया गया ह्रै इस अवसर निदेशक शोध एवं प्रसार प्रोफ़ेसर ललित तिवारी, एग्रीकल्चर संकाय के संकाय अध्यक्ष प्रोफ़ेसर जीतराम कुलसचिव डॉक्टर दिनेश चंद्र आइक्यूएसी सेल के डायरेक्टर राजीव उपाध्याय, विभागाध्यक्ष भूगर्भ विभाग प्रोफेसर प्रदीप गोस्वामी ,दीपक देव आदि उपस्थित थे।
इग्नू द्वारा चलाया जा रहा है यूनिवर्सिटी और कॉलेज टीचर्स के लिए एनईपी-2020 पर पीडीपी
अब तक उत्तराखण्ड के 1200 से अधिक शिक्षक इस कार्यक्रम से जुड़े
भारत सरकार द्वारा जुलाई 2020 में नई शिक्षा नीति (NEP-2020) जारी की गई थी। विभिन्न उच्च शिक्षा संस्थानों द्वारा इसके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। चूंकि शिक्षकों को एनईपी-2020 के सुचारू कार्यान्वयन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है, इसलिए विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के लगभग 15 लाख शिक्षकों को एनईपी-2020 के विभिन्न पहलुओं पर उन्मुख होने की आवश्यकता है।
SGRR School Dehradun | देहरादून में श्री गुरु राम राय दरबार साहिब का संक्षिप्त इतिहास
शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) को एनईपी-2020 के कार्यान्वयन पर उच्च शिक्षा शिक्षकों को उन्मुख करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार डिमरी ने बताया कि यूजीसी के निर्देशानुसार इग्नू ने 36 घंटे (6 दिन) का एक राष्ट्रव्यापी व्यावसायिक विकास कार्यक्रम (Professional Development Programme) (एनईपी-पीडीपी) विकसित किया है, जो यूजीसी-एचआरडीसी (UGC-HRDC) के अल्पकालिक फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) के समकक्ष है।
इसे अधिकतम 9 दिनों में पूरा किया जा सकता है। एनईपी-पीडीपी के लिए पंजीकरण इग्नू क्षेत्रीय केंद्रों द्वारा संबंधित राज्यों में ऑनलाइन समर्थ प्लेटफॉर्म पर हो रहा है। कार्यक्रम का संचालन इग्नू-मुख्यालय की देखरेख में ‘स्वयं’ (SWAYAM) ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर हो रहा है। Dr BA Raji Award Medal
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड राज्य में शिक्षकों ने बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम को पूर्ण कर लिया है एवं जिन्होंने अभी तक इस कार्यक्रम में रजिस्ट्रेशन नहीं किया है वे रजिस्ट्रेशन करके कार्यक्रम को शीघ्र पूर्ण कर सकते हैं। अब तक उत्तराखण्ड के 1200 से अधिक शिक्षक इस कार्यक्रम में पंजीकरण करा चुके हैं एवं उनमे से अधिकांश शिक्षक इस कार्यक्रम को पूरा भी कर चुके हैं।
इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून के उप निदेशक डॉ. रंजन कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय, संबद्ध कॉलेज और निजी कॉलेज में पढ़ाने वाले उच्च शिक्षा के शिक्षक इस कार्यक्रम के लिए अपना नामांकन करा सकते हैं। इस पीडीपी कार्यक्रम का कोई शुल्क नहीं है। कार्यक्रम विभिन्न बैचों के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है (जैसा कि समर्थ पंजीकरण पोर्टल में निर्दिष्ट है), और एक शिक्षक समर्थ प्लेटफॉर्म पर किसी भी उपयुक्त बैच के लिए पंजीकरण कर सकता है।
एनईपी-पीडीपी में निम्नलिखित घटक शामिल हैं:
• ई-सामग्री: एनईपी-2020 के महत्वपूर्ण विषयों पर 14 इकाइयां (अंग्रेजी और हिंदी में)।
• ई-ट्यूटोरियल: प्रख्यात विद्वानों द्वारा 30 उच्च गुणवत्ता वाले वीडियो पाठ।
• चर्चा मंच: ‘स्वयं’ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ।
• लाइव कॉन्फ्रेंसिंग: स्वयं प्रभा टीवी चैनल-20 के माध्यम से, इंटरैक्टिव चैट सुविधा के साथ।
• आकलन: ‘स्वयं’ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर फॉर्मेटिव ऑनलाइन टेस्ट (30%) और सम्मेटिव ऑनलाइन टेस्ट (70%) के आधार पर ।
• प्रमाणन: 50% स्कोर के साथ सफलतापूर्वक पूर्ण होने पर स्वचालित डिजिटल प्रमाणन।
इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ जगदंबा प्रसाद ने बताया कि एनईपी-पीडीपी के वीडियो यूट्यूब पर भी उपलब्ध होंगे और ज्ञान दर्शन टीवी पर प्रसारित किए जाएंगे, और सभी संसाधन ई-ज्ञानकोश पर उपलब्ध होंगे। एनईपी-पीडीपी के लिए राष्ट्रव्यापी पंजीकरण चल रहा है।
एनईपी-पीडीपी में पंजीकरण के लिए शिक्षकों को समर्थ पोर्टल पर कॉलेज द्वारा जारी अपना आईडी कार्ड, फोटो और हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होगी। उत्तराखंड में कार्यरत शिक्षकों को इस पीडीपी के लिए नामांकन करते समय “देहरादून क्षेत्रीय केंद्र” का चयन करने की सलाह दी जाती है। इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून की वेबसाइट पर एक फ्लायर और प्रोग्राम ब्रोशर उपलब्ध है।
उत्तराखंड में कार्यरत सभी उच्च शिक्षा के शिक्षकों (विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और संबद्ध कॉलेजों में तैनात) से अनुरोध है कि वे जल्द से जल्द वे इस ऑनलाइन कार्यक्रम में पंजीकरण करें। उन्हें यह भी सूचित किया जा रहा है कि वे इस संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून की वेबसाइट (www.rcdehradun.ignou.ac.in) पर उपलब्ध संपर्क के साधनों द्वारा इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून या अपने समीपवर्ती इग्नू अध्ययन केंद्रों से संपर्क करें। Dr BA Raji Award Medal
शिक्षक निम्न लिंक के माध्यम से रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन कर सकते हैं –
https://ignou-nep-pdp.samarth.ac.in/
प्रो ललित तिवारी
इग्नू, केंद्र डी एस बी कैंपस नैनीताल देहरादून