Swachhata Hi Seva | स्वच्छता ही सेवा अभियान; स्वच्छता के लिए एक घंटे के श्रमदान
Cleanliness is Service Campaign, One hour labor donation for cleanliness
स्वच्छता ही सेवा अभियान (Swachhata Hi Seva); स्वच्छता के लिए एक घंटे के श्रमदान
- राजभवन में आयोजित हुआ स्वच्छता ही सेवा अभियान।
- राज्यपाल ने झाड़ू लगाकर स्वच्छता अभियान में योगदान दिया।
- राज्यपाल ने राजभवन के स्वच्छता कार्मिकों को प्रोत्साहित किया।
- राजभवन के सभी विभागों और अनुभागों में कार्मिकों ने चलाया स्वच्छता अभियान।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’ (Swachhata Hi Seva) के तहत राजभवन परिसर में सफाई अभियान में प्रतिभाग किया। स्वच्छता अभियान (Swachhata Hi Seva) की शुरुआत करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर ‘स्वच्छता के लिए एक घंटे के श्रमदान’ की अपील के अनुरूप राजभवन से सभी प्रदेशवासियों को स्वच्छता अभियान के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर राजभवन के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी ‘देशव्यापी स्वच्छता अभियान’ में शामिल हुए और राजभवन परिसर के अलावा राजभवन सचिवालय परिसर में भी स्वच्छता अभियान चलाया गया। swachhata hi seva
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि स्वच्छता को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं, तभी हम भारत को स्वच्छ और समृद्ध बना सकते हैं। स्वच्छता के लिए हमें कहीं दूर जाकर कार्य करने की आवश्यकता नहीं है, अपितु हमें अपने अपने आस-पास ही स्वच्छता के लिए एक दृष्टिकोण बनाना होगा।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि हमें एक बार फिर से स्वच्छ भारत अभियान को एक ऊंचे स्तर पर ले जाने के लिए प्रेरणा प्राप्त हुई है। हमें विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वच्छता के प्रति जागरूक और संवेदनशील होने की आवश्यकता है। हम अपने चारों ओर स्वच्छता के लिए नए आयाम विकसित कर सकते हैं।
वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित
वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की पुण्य देश की आजादी में उनका अविस्मरणीय योगदान रहा है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की पुण्य तिथि की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी में उनका अविस्मरणीय योगदान रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली ने निहत्थे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर गोली चलाने से इन्कार कर एक नई क्रान्ति का सूत्रपात किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर नायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के क्रान्तिकारी व्यक्तित्व और उनके योगदान को सदैव याद किया जायेगा। उन्होंने कहा कि वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली के सपनों के अनुरूप उत्तराखण्ड के समग्र विकास की दिशा में राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि आज के दिन हमें स्वच्छता के साथ-साथ श्रमदान के महत्व को भी समझना होगा, हमारे श्रम के द्वारा समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है। श्रमदान को दूसरे मायने में समझें तो हमें स्वच्छता के प्रति अपनी शर्म का दान करना होगा अर्थात् संकोच को दूर भगाना होगा। swachhata hi seva
राज्यपाल ने राजभवन के स्वच्छता कार्मिकों के कार्यों को प्रोत्साहित किया और राजभवन के सभी अधिकारी, कार्मिक और अन्य सभी लोगों को ‘स्वच्छता ही सेवा’ के तहत कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सराहा। swachhata hi seva
इस अवसर पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, अपर सचिव श्रीमती स्वाति एस भदौरिया, एडीसी मेजर तरुण कुमार, अमित श्रीवास्तव, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, विशेष कार्य अधिकारी श्री राज्यपाल बी.पी. नौटियाल, कम्प्ट्रोलर प्रमोद चमोली, उप सचिव एन. के. पोखरियाल, अनु सचिव जी. डी. नौटियाल, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ नितिन उपाध्याय, सहायक निदेशक संजू प्रसाद ध्यानी, सूचना अधिकारी अजनेश राणा, मीडिया को-ऑर्डिनेटर पारितोष बंगवाल सहित राजभवन के सभी अधिकारी, कार्मिक उपस्थित थे।
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