-देवभूमि ब्राह्मण महासभा ट्रस्ट उत्तराखंड की बैठक आयोजित
-केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट को प्रेषित किया ज्ञापन
ऋषिकेश। देवभूमि ब्राह्मण महासभा ट्रस्ट उत्तराखंड ने भारतीय सेना में धर्मशिक्षक परीक्षा में शास्त्री उपाधि धारकों को शामिल किए जाने की अनुमति दिए जाने की मांग की। इस संबंध में महासभा की ओर से केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट को ज्ञापन प्रेषित किया गया।
देवभूमि ब्राह्मण महासभा ट्रस्ट उत्तराखंड के अध्यक्ष विशाल मणि भट्ट ने बताया कि बैठक में सेना द्वारा धर्मगुरु की परीक्षा में शास्त्री उपाधि धारकों को बाहर किए जाने पर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। उन्होंने बताया कि रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट को पत्र व दूरभाष (फोन) के माध्यम से शास्त्री उपाधिधारकों को परीक्षा में शामिल किए जाने की मांग की है। केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री ने इस संबंध में कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
अध्यक्ष विशाल मणि भट्ट ने कहा कि भारत के सभी संस्कृत विश्वविद्यालयों में यूजीसी द्वारा शास्त्री बीए के समकक्ष और आचार्य एमए के समकक्ष मान्यता प्राप्त है। बावजूद इसके सेना में शास्त्री के अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव का रवैया अनुचित है। बैठक में संस्थापक सुशील रतूड़ी, भगवती प्रासद उपाध्याय, रोशन पैन्यूली, भाष्कर पैन्यूली आदि मौजूद रहे।
देवभूमि ब्राह्मण महासभा ट्रस्ट के संरक्षक बने संजय गैरोला
देवभूमि ब्राह्मण महासभा ट्रस्ट के बैठक में समाज सेवक संजय गैरोला को संरक्षक चुना गया। संस्थापक सुशील रतूड़ी ने बताया कि इसके साथ ही पं.भगवती प्रसाद उपाध्याय को महासभा का प्रदेश अध्यक्ष साथ ही योगेश पांडे को कुमाऊं मंडल का उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया। इस अवसर पर संरक्षक संजय गैरोला ने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम् सनातन धर्म का मूल संस्कार है । ‘सनातन हमारी संस्कृति है और मानवता हमारा धर्म है’ इस मूल उद्देश्य के साथ ब्राहमण महासभा अपनी योजनाओं का क्रियान्यवयन करेगी।