साढ़े तीन साल के बेटे को बीमारी से पीड़ित देखकर पिता ने खौफनाक कदम उठाया। उसने बच्चे को नहर में डूबो कर मार डाला। यही नहीं, पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करा दी। पुलिस को शक हुआ तो पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। बच्चे का शव बरामद कर लिया गया है। साथ ही हत्यारे पिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
घटना उत्तराखंड में उधमसिंह नगर जिले के किच्छा क्षेत्र की है।
सिरोली कलां निकट रजा मस्जिद वार्ड नंबर 19 निवासी तारिक पुत्र मो. जाकिर का साढ़े तीन वर्ष पुत्र शाबान हीमोफीलिया बीमारी से पीड़ित था। उसके शरीर से खून निकलने पर रिसाव लगातार जारी रहता था। बेटे की बीमारी से तंग आकर पिता ने उसकी हत्या करने की योजना बना डाली। मंगलवार सुबह वह बाइक पर बेटे को लेकर घर से निकला और उसे अपने पैतृक गांव ढकिया थाना बहेड़ी जनपद बरेली उत्तर प्रदेश में ले गया। वहां उसने शाबान की नहर में डूबो कर हत्या कर दी। शव नहर में ही फेंक दिया। जब शाबान वापस नहीं लौटा तो तारिक की पत्नी आयशा बी ने उससे मोबाइल पर संपर्क किया तो उसने अपने आपको बहेड़ी होने की बात कहीं। परेशान आयशा ने बच्चे की खोजबीन की पर उसका कहीं पता नहीं लगा।
मंगलवार शाम मामला पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर तारिक से पूछताछ की तो उसके बयान में लगातार विरोधाभास होने पर पुलिस ने वहां लगे कैमरे खंगालने शुरू कर दिए। एक होटल में लगे सीसीटीवी में तारिक शाबान को ले जाता दिखाई दिया। इस पर उससे पूछताछ की तो वह गुमराह करता रहा। तारिक सीसीटीवी में बच्चे को लेकर बरा की तरफ जाता दिखाई दिया तो पुलिस तारिक से मंगलवार रात संपर्क का प्रयास किया। तारिक ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। बुधवार तड़के बामुश्किल पुलिस ने तारिक का पता लगाया तो उसके बाद वह लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा।
बुधवार दोपहर ढकिया नहर किनारे बच्चे लकड़ी बीनने गए तो वहां बच्चे का शव देख कर उन्होंने पूर्व प्रधान अनवार मलिक को इसकी जानकारी दी। तब तक ढकिया में भी बच्चे के सिरोली से गायब होने की बात पहुंच चुकी थी। अनवार ने सिरोली निवासी अदील मलिक को मोबाइल पर फोटो भेजा तो पुष्टि हो गई कि शव शाबान का ही है। दोपहर में शव मिलने के बाद तारिक टूट गया और उसने पुलिस को सब बता दिया।