पांच राज्यों में चुनाव निपट गए। फिर चिंता किस बात की है। चुनाव के बाद कर्मचारियों पर यदि आर्थिक मार पड़े तो आसानी से सहन कर लो। क्योंकि आपको ऐसी घुट्टी पिला दी गई है कि सब कुछ देश के लिए हो रहा है। राजस्व जुटाने का सबसे आसान तरीका यही है कि कर्मचारियों की ही जेब को ढीला किया जाए। क्योंकि वे न तो बोलेंगे, यदि बोलेंगे तो उनकी धमकी खोखली होगी। ऐसे में भले ही उनकी जेब में कितनी भी कैंची चले, कोई फर्क नहीं पड़ेगा। अब 2021-22 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि ईपीएफओ (EPFO) ने ब्याज दर घटा दी है। पीटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक कर्मचारी भविष्य निधि ईपीएफओ ब्याज दर 8.5 फीस से घटाकर 8.1 फीसद कर दी गई है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने शनिवार को चालू वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भविष्य निधि जमा पर 8.1 प्रतिशत ब्याज दर का भुगतान करने का निर्णय लिया। यह एक दशक में सबसे कम ब्याज दर है। एंप्लॉयी प्रोविडेंट ऑर्गेनाजेशन का ये फैसला यकीनन नौकरीपेशा लोगों के लिए किसी झटके से कम नहीं है, क्योंकि यह ब्याज दर पिछले 10 साल में सबसे कम है। EPFO ने फिस्कल ईयर 2021-2022 के लिए ब्याज दर 8.1 फीसद तय की है। यह पिछले 10 साल में सबसे कम ब्याज है।
इस फैसले से EPFO के करीब 6 करोड़ लोगों को झटका लगा है। आपको बता दें कि पिछले फिस्कल ईयर में PF पर 8.5 फीसद ब्याज मिल रहा था। एक तरफ देश में लोग महंगाई से जूझ रहे हैं, ऐसे मुश्किल हालातों में भी सरकार ने PF पर मिलने वाला ब्याज घटा दिया है। फिस्कल ईयर 1977-78 में EPFO ने 8 फीसद ब्याज दर तय किया था। उसके बाद अब जाकर इतना कम ब्याज मिल रहा है। अभी तक 8.25 फीसद या इससे ज्यादा ब्याज मिलता रहा है।