देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश और हिमाचल की तर्ज पर कोविड-19 में रखे गए नर्सिंग के आउटसोर्स कर्मचारियों को तत्काल बहाल करके नियमित किया जाना चाहिए।
उन्होने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि इनकी मांगों पर तत्काल विचार नहीं हुआ तो यूकेडी भी इन कर्मचारियों के समर्थन में आंदोलन में कूद जायेगी। लिहाजा सरकार को तत्काल उत्तर प्रदेश और हिमाचल से सबक लेते हुए इनको नियमित करना चाहिए।
यूकेडी केंद्रीय महामंत्री शक्तिशैल कपरूवान ने कहा कि सरकार के पास अभी तक 2025 में टीबी की बीमारी को पूरी तरीके से उन्मूलन करने का लक्ष्य है। कोविड-19 से लड़ने की तर्ज पर ही टीबी की बीमारी से लड़ा जा सकता है, इसलिए इन अनुभवी कर्मचारियों की सेवाएं जारी रहनी चाहिए।
दल के संगठन सचिव अनिल डोभाल ने कहा कि सरकार को तत्काल इन कर्मचारियों की मांगों का संज्ञान लेना चाहिए।
यूकेडी महानगर महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने कहा कि सरकार ने पहले इनकी सेवाएं बहाल करने के लिए कहा था लेकिन फिर कैबिनेट में भी इस मुद्दे को नहीं लाई, यह आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ छलावा है।
धरना स्थल पर आन्दोलन के सर्मथन में आज उक्राद के शक्ति शैल कपरुवान, सुनील ध्यानी, जय प्रकाश उपाध्याय, महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल, सुनील डोभाल, युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, सुमित डंगवाल, यतेंद्र खंतवाल, मनिंद्र बिष्ट, संजीव शर्मा समेत कई कार्यकर्ता शामल थे।