एसबीआई कार्ड (SBI Card) ने लॉन्च किया अपनी तरह का पहला ‘कैशबैक एसबीआई कार्ड’ (cashback sbi card)
अनूठा कार्ड जो सभी ऑनलाईन खर्चों पर देगा 5 फीसदी कैशबैक
देहरादून। भारत के सबसे बड़े प्योर-प्ले क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता, एसबीआई कार्ड ने आज अपनी तरह के पहले और भारत के सबसे व्यापक कैशबैक क्रेडिट कार्ड ‘कैशबैक एसबीआई कार्ड’ (cashback sbi card) के लॉन्च की घोषणा की है। कैशबैक एसबीआई कार्ड उद्योग जगत का पहला ऐसा कार्ड है, जिसे खासतौर पर कैशबैक को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया है। इस कार्ड को किसी भी ऑनलाईन खर्च के लिए इस्तेमाल करने पर कार्डधारक 5 फीसदी कैशबैक पा सकेंगे, जिसमें मर्चेन्ट से सम्बन्धित किसी तरह के प्रतिबंध नहीं होंगे।
मास से प्रीमियम तक, हर श्रेणी के उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया यह कार्ड बेहद सहज, सरल एवं सम्पूर्ण डिजिटल अनुभव प्रदान करता है। देश भर में उपभोक्ता डिजिटल ऐप्लीकेशन प्लेटफॉर्म ‘एसबीआई कार्ड एसप्रिंन्ट’ के माध्यम से घर बैठे बड़ी आसानी से कैशबैक एसबीआई कार्ड पा सकते हैं, फिर चाहे वे देश के दूसरे या तीसरे स्तर के शहरों में रहते हों। इस कॉन्टैक्टलैस कार्ड के साथ मार्च 2023 तक स्पेशल ऑफर भी पेश किया गया है जिसके तहत उपभोक्ताओं को पहले साल मेंबरशिप बिल्कुल मुफ्त मिलेगी।
कैशबैक एसबीआई कार्ड’ (cashback sbi card) के उपभोक्ताओं को अपने सभी खर्चों पर अनलिमिटेड 1 फीसदी कैशबैक मिलेगा और हर मासिक स्टेटमेन्ट साइकल में रु 10,000 कैशबैक राशि तक ये कैशबैक फायदा बढ़कर 5 फीसदी तक हो जाएगा सभी ऑनलाइन खर्चों पर। इस कार्ड की खास बात यह है कि इन फायदों का लाभ उठाने के लिए उपभोक्ताओं को कुछ विशेष मर्चेन्ट्स से ही खरीददारी करना ज़रूरी नहीं होगा। कैशबैक एसबीआई कार्ड, कैशबैक ऑटो-क्रेडिट के साथ आता है, जिससे स्टेटमेन्ट जनरेशन के दो दिनों के अंदर एसबीआई कार्ड अकाउन्ट में कैशबैक स्वतः ही क्रेडिट हो जाता है।
लॉन्च के अवसर पर बात करते हुए श्री रामा मोहन राव अमारा, एमडी एवं सीईओ, एसबीआई कार्ड, ने कहा, ‘‘कैशबैक एसबीआई कार्ड हमारे कोर कार्ड पोर्टफोलियो को और अधिक सशक्त बनाएगा। इस नए प्रोडक्ट के माध्यम से हम उपभोक्ताओं की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करना चाहते हैं। अपने अध्ययनों के तहत हमने ऑनलाईन शॉपिंग एवं कैशबैक की तरफ़ कार्डधारकों के रूझानों को समझने का प्रयास किया।
इसी के मद्देनज़र हम कैशबैक एसबीआई कार्ड’ (cashback sbi card) लेकर आए हैं, जो हर बार, हर स्थान पर हर खरीद के साथ कैशबैक के फायदे देकर उपभोक्ताओं को सही मायनों में सशक्त बनाता है। इस अनूठे कार्ड का लॉन्च बिल्कुल उचित समय पर किया गया है, जिसके साथ उपभोक्ता आगामी त्योहारों के दौरान खरीददारी का बेजोड़ अनुभव पा सकेंगे।’
कैशबैक एसबीआई कार्ड’ (cashback sbi card) के फायदे, इसके कैशबैक फीचर्स से कहीं अधिक बढ़कर हैं। इसके साथ कार्डधारक हर साल चार कॉम्पलीमेंटरी डोमेस्टिक एयरपोर्ट लाउंज विज़िट (हर तिमाही में अधिकतम एक विज़िट) का लाभ उठा सकते हैं।
यह कार्ड ईंधन अधिभार छूट पर 1 फीसदी के फायदे देता है, जो रु 500 से रु 3000 तक के लेनदेन के लिए वैद्य है, यह अधिभार छूट हर कार्ड अकाउन्ट के हर मासिक बिलिंग साइकल पर रु 100 की अधिकतम राशि तक लागू होगीI कार्ड का सालाना नवीनीकरण शुल्क रु 999 प्लस टैक्स है। कार्ड की मेंबरशिप के दौरान सालाना खर्च क रु 2 लाख तक पहुंचने पर यह नवीनीकरण शुल्क, कैशबैक एसबीआई कार्ड के यूज़र के अकाउन्ट में रिवर्स हो जाएगा। कैशबैक एसबीआई कार्ड वीज़ा प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
कार्ड की मुख्य विशेषताएं:
कैशबैक एसबीआई कार्ड
· कैशबैक के फायदेः
o हर ऑनलाईन खर्च पर 5 फीसदी कैशबैक’ मर्चेन्ट की दृष्टि से कोई प्रतिबंध नहीं (हर मासिक स्टेटमेन्ट साइकल का अधिकतम रु 10,000 तक)
o सभी खर्चों* और यूटिलिटी बिल पेमेंट पर अनलिमिटेड 1 फीसदी कैशबैक
o अगले स्टेटमेन्ट जनरेशन के दो दिनों के भीतर एसबीआई कार्ड अकाउन्ट में कैशबैक स्वतः ही क्रेडिट हो जाएगा।
· कार्ड लेने और नवीनीकरण का शुल्कः
o मार्च 2023 तक स्पेशल ऑफर के तहत पहले साल कार्ड की मेंबरशिप बिल्कुल मुफ्त है।
o कार्ड की मेंबरशिप के एक साल के अंदर सालाना रु 2 लाख या अधिक के खर्च पर रु 999 के नवीनीकरण शुल्क की वापसी
· ईंधन की खरीद पर छूट
o ईंधन की खरीद पर 1 फीसदी ईंधन अधिभार छूट (रु 500 से रु 3000 तक के लेनदेन के लिए वैद्य है, उपभोक्ता एक क्रेडिट कार्ड अकाउन्ट पर हर मासिक बिलिंग स्टेटमेन्ट में रु 100 की अधिकतम छूट पा सकते हैं)
· एयरपोर्ट लाउंज का एक्सेसः
o एक साल में चार कॉम्पलीमेंटरी डोमेस्टिक एयरपोर्ट लाउंज विज़िट (हर तिमाही में अधिकतम एक विज़िट)
* यह कैशबैक किराए के भुगतान, ईंधन के व्यय, वॉलेट लोड, मर्चेन्ट ईएमआई, कैश अडवान्स, बैलेंस ट्रांसफर, ईकैश और फ्लेक्सीपे पर नहीं मिलेगा
उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी ने आमरण अनशन पर बैठे दीपक करगेती का साथ दिया
देहरादून- प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे रानीखेत के युवा नागरिक दीपक करगेती देहरादून के गांधी पार्क के मेन गेट पर आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं एवं उन्हीं का साथ देने के लिए आज उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दीपक करगेती का समर्थन किया! उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड की मांग की।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अश्विनी कुमार ने कहा कि विधानसभा में जो नियुक्तियां बैक डोर से की गई है वह एक भ्रष्टाचार की निशानी है एवं मैं सरकार से मांग करता हूं कि वह तमाम ऐसे नई नियुक्तियों को निरस्त करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियां उत्तराखंड के लोगों को शोषित कर रहे हैं एवं अपने जानने वाले और रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में नियुक्ति दे रहे हैं।
यह बहुत ही निंदनीय कार्य है जो उत्तराखंड की छवि को राष्ट्रीय स्तर पर धूमिल कर रही है। दीपक करगेती प्रदेश के उद्यान विभाग में हुए घोटालों की जांच की मांग कर रहे हैं एवं उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी उनकी मांगों का समर्थन कर रही है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी में शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद राज्य आन्दोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मसूरी में शहीद हुए राज्य आन्दोलनकारियों के परिवारजनों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि राज्य आन्दोलनकारियों के बलिदान के कारण ही हमें उत्तराखण्ड राज्य मिला।
उत्तराखण्ड राज्य आन्दोनकारियों ने जिस उद्देश्य से अलग राज्य की मांग की थी, उसके अनुरूप ही राज्य को आगे बढ़ाने के लिए सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्य बनाने के लिए 10 साल का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। 2025 में उत्तराखण्ड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनायेगा, तब तक सभी विभागों को लक्ष्य दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मसूरी में गढ़वाल सभा के भवन निर्माण के लिए 1.50 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी जा चुकी है, इसके लिए और धनराशि की आवश्यकता होगी, तो वह दी जायेगी। उन्होंने कहा कि फिल्म के माध्यम से राज्य आन्दोलनकारियों का चित्रण हो इसकी व्यवस्था की जायेगी। जिससे राज्य के युवाओं को राज्य आन्दोलनकारियों की वीरगाथाओं को दिखाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन में हमारी माताओं और बहनों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने कहा कि राज्य की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण के लिए पुरजोर पैरवी की जायेगी। इसके लिए सरकार उच्चतम न्यायालय जाने की तैयारी कर रही है। राज्य आन्दोलनकारियों के क्षैतिज आरक्षण का परीक्षण कर उचित समाधान निकाला जायेगा। सिपनकोट के लोगों की पुनर्वास की उचित व्यवस्था की जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है। उत्तराखण्ड के चारधाम देश-दुनिया के लोगों के लिए आस्था के प्रमुख केन्द्र हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने श्री केदारनाथ की पवित्र भूमि से कहा कि यह दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।
इस बार चारधाम यात्रा में अभी तक 30 लाख से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं। कांवड़ यात्रा में भी चार करोड़ से अधिक शिवभक्त देवभूमि उत्तराखण्ड आये। पहली बार कांवड़ यात्रा के लिए राज्य सरकार द्वारा अलग से बजट की व्यवस्था की गई।
कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन में मसूरी गोलीकांड एक महत्वपूर्ण घटना है। खटीमा एवं मसूरी से अलग राज्य निर्माण आन्दोलन को गति मिली। राज्य सरकार राज्य आन्दोलनकारियों के प्रति संवेदनशील है।
इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री जोत सिंह गुनसोला, श्री काशी सिंह ऐरी, मसूरी नगर पालिका परिषद् के अध्यक्ष श्री अनुज गुप्ता, मसूरी नगर पालिका परिषद् के पूर्व अध्यक्ष श्री मन्नू मल, मंडल अध्यक्ष श्री मोहन पेटवाल, राज्य आन्दोलनकारी श्री रवीन्द्र जुगरान, श्री बलजीत सिंह सोनी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी गोलीकांड के शहीदों का भावपूर्ण स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य निर्माण में अपने प्राणों की आहुति देने वाले राज्य आंदोलनकारियों के बलिदान को प्रदेश हमेशा याद रखेगा। राज्य सरकार शहीद आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप समृद्ध और प्रगतिशील उत्तराखण्ड बनाने के लिए संकल्पबद्ध है।