ट्रेकिंग ऑफ द इयर (Pindari Glacier )कार्यक्रम के लिए यूटीडीबी ने टूर ऑपरेटरों को किया आमंत्रित
-पिंडारी ग्लेशियर और बागची बुग्याल में आयोजित होंगे ट्रेकिंग कार्यक्रम
देहरादून। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) की ओर से ट्रैक ऑफ द इयर आयोजित किये जाने हेतु टूर ऑपरेटरों को आमंत्रित किया गया है। टूर ऑपरेटरों को विभाग की ओर से 2 हजार रुपये प्रति ट्रेकर की सब्सिडी भी दी जाएगी। ट्रेकिंग कार्यक्रम में भाग लेने के लिए टूर ऑपरेटरों का यूटीडीबी में पंजीकरण अनिवार्य है। इसके अलावा एक वर्ष में कम से कम 500 ट्रेकर्स के लिए ट्रैक आयोजित करने वाले टूर ऑपरेटर ही प्रतिभाग कर सकेंगे।
यूटीडीबी की ओर से 1 अक्टूबर से 15 नवंबर 2022 तक बागेश्वर जिले में पिंडारी ग्लेशियर ट्रैक (Pindari Glacier) और चमोली जिले में बागची बुग्याल ट्रैक में 1 दिसंबर 2022 से 15 जनवरी 2023 तक “वर्ष 2022 के ट्रैक ऑफ द इयर ” घोषित किए हैं। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक विंग) कर्नल अश्विनी पुण्डीर ने बताया कि यूटीडीबी टूर ऑपरेटरों को उपरोक्त अवधि के दौरान पिंडारी ग्लेशियर (Pindari Glacier) और बागची बुग्याल में अपने ट्रेकिंग कार्यक्रम आयोजित करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
विभाग की ओर से प्रत्येक ट्रेकर के लिए ट्रैक पर किए गए उनके कुल खर्चे पर 2000 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। सब्सिडी की अधिकतम सीमा पहले 300 ट्रेकर्स के लिए है। सुविधा का लाभ टूर ऑपरेटर को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा। इच्छुक टूर ऑपरेटर 30 सितम्बर के बाद पर्यटन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://uttarakhandtourism.gov.in/ के माध्यम से पंजीकरणा कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें ट्रेकिंग एजेंसी-कंपनी का प्रमाण पत्र, विभाग में पंजीकरण प्रमाण पत्र और 500 ट्रेकर्स के लिए ट्रैक आयोजित करने का प्रमाणा पत्र अपलोड करना होगा।
यह रहेगा ट्रैक का रूट
पिंडारी ग्लेश्यिर (Pindari Glacier) के ट्रैक की शुरूआत कुमाऊं के काठगोदाम से होगी, जो खाती, द्वाली, फुर्किए, जीरो प्वाइंट, खाती के बाद खरकिया से होते हुए काठगोदाम में संपन्न होगा। जबकि बागची बुग्याल के ट्रैक की शुरूआत देहरादून के ऋषिकेश से होगी, जो घेश, देवलीखेत से होते हुए बागची बुग्याल के बेस कैंप पहुंचेंगे। जहां से ट्रेकर्स धुलंब होते हुए बागची के टॉप हिमनी पहुंचेंगे।
UKSSSC मामले में कुल 18 अभियुक्त के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
- UKSSSC मामले में कुल 18 अभियुक्त के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
- प्रदेश में सुशासन के संकल्प के साथ काम कर रही सरकार- मुख्यमंत्री
- UKSSSC भर्ती मामले में अब तक 41 आरोपियों की गिरफ्तारी
- UKSSSC परीक्षा भर्ती मामले में 94.79 लाख कैश बरामद, 30 लाख का बैंक खातों में फ्रीज
- कैबिनेट के निर्णय के बाद UKPSC को मिली समूह ग परीक्षा कराने की ज़िम्मेदारी
उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार लगातार काम कर रही है। भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित अलग-अलग विभागों में समूह ग भर्ती परीक्षा में गड़बड़ियों की शिकायत मिलते ही कठोर निर्णय लिए। UKSSSC मामले में कुल 18 अभियुक्तों पर चार्जशीट हो चुकी है जबकि गैंगस्टर एक्ट हेतु 21 आरोपियों की जुडिशल रिमांड स्वीकृत हो चुकी है।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में संलिप्त 41 आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी है वही दूसरी ओर वन दरोगा मामले में 03 सचिवालय रक्षक भर्ती में एक आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है।
एसटीएफ ने प्रमुख कड़ियों को जोड़ते हुए तीन ऐसे अभियुक्तों को भी गिरफ़्तार किया है जो UKSSSC और सचिवालय रक्षक परीक्षा धांधली दोनों में शामिल हैं। इसके अलावा वर्ष 2016 में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी की भर्ती मामले में भी दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार प्रदेश में सुशासन के संकल्प के साथ युवाओं के हित में तत्परता से काम कर रही है। जब तक एक एक दोषी को सजा नहीं मिलती तब तक सरकार चैन से नहीं बैठेगी।
मुख्यमंत्री की सख्ती के कारण पुलिस ने UKSSSC परीक्षा भर्ती मामले में 94.79 लाख कैश बरामद किया है। इसी मामले में दो दर्जन से ज्यादा बैंक अकाउंट फ्रीज किए जा चुके जिसमे करीब तीस लाख की राशि जमा है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर 22 जुलाई को किया गया था मुकदमा दर्ज
इस पूरे मामले में UKSSSC ने 4 व 5 दिसंबर 2021 को स्नातक स्तर की परीक्षा तीन पालियों में आयोजित की थी जिसमें करीब 160000 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी एवं 916 अभ्यर्थी चयनित हुये थे। बेरोजगार संगठनों एवं कई छात्रों ने मुख्यमंत्री से मिलकर इस परीक्षा में हुई अनियमितताओं की जांच हेतु मांग की थी। मामले की गम्भीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर 22 जुलाई को मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें 41 आरोपियों को गिरफ्तार कर दिया गया है। इसके अलावा सचिवालय रक्षक एवं कनिष्ठ सहायक (ज्यूडिशियरी) परीक्षाओं की जाँच भी STF को सौंपी गई। इसके साथ ही वर्ष 2020 में उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा वन आरक्षी (फॉरेस्ट गार्ड) परीक्षा में ब्लूटूथ के जरिये नकल कराने वाले गिरोह की भी विस्तृत जाँच एसटीएफ को सौंपी गई।
कैबिनेट ने राज्य लोक सेवा आयोग को सौंपी जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर एक ओर इस मामले में आयोग के तत्कालीन सचिव को निलम्बित कर दिया गया वहीं दूसरी ओर UKSSSC द्वारा गतिमान 7000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया को राज्य लोक सेवा आयोग ( UKPSC ) को हस्तान्तरित करने के सम्बंध में 9 सितंबर को कैबिनेट से प्रस्ताव पारित कर दिया गया।
इलेक्शन मोड में आयोजित होगी परीक्षा, आयोग ने जारी किया कैलेंडर
मुख्यमंत्री के अपेक्षा अनुसार युवाओं का हित देखते हुए लोक सेवा आयोग ने समूह ग परीक्षाओं का कैलेंडर तैयार कर दिया है। साथ ही परीक्षाओं को इलेक्शन मोड में करवाने के दृष्टिगत फुल प्रूफ प्लान तैयार किया है।