Devprayag Road Accident: गहरी खाई में गिरा ट्रक, रेस्क्यू
देवप्रयाग रोड Accident निगेर के पास एक ट्रक खाई में गिर गया है । चौकी व्यासी से SDRF को सूचित कराया गया कि ट्रक में सवार लोगों को खाई से रेस्क्यू करने हेतु SDRF की आवश्यकता है।
उक्त सूचना पर पोस्ट व्यासी से SDRF रेस्क्यू टीम मय आवश्यक रेस्क्यू उपकरणों के मुख्य आरक्षी सुरेश प्रसाद के हमराह तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई।
तहसील गजा थाना देवप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत गजा देवप्रयाग मोटर मार्ग Accident पर स्थान निगेर, मरोड़ाघाटी के समीप एक ट्रक संख्या यूके- 14सी-1378 अनियंत्रित होकर सड़क से लगभग 200 मीटर खाई में गिरने से दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें कुल 2 व्यक्ति सवार थे। ट्रक देवप्रयाग से गजा खाड़ी मार्ग से टिहरी जा रहा था।जिसमें से एक व्यक्ति (चालक )की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी थी तथा एक व्यक्ति घायल अवस्था मे था ,जिसे SDRF टीम द्वारा तत्काल रेस्क्यू कर गहरी खाई से निकालकर 108 एंबुलेंस द्वारा सीएचसी देवप्रयाग पहुंचाया गया व मृतक के शव को निकाल कर जिला पुलिस के सुपुर्द किया गया।
*मृतक का नाम*-
हरि ओम पुत्र अज्ञात,उम्र- 24 वर्ष, निवासी- ग्राम बागी, भागीरथीपुरम, तहसील टिहरी।
*घायल का नाम*-
रमेश पुत्र अज्ञात उम्र 28 वर्ष, स्थान- ढूंगीधार बौराड़ी, नई टिहरी।
कोटक महिंद्रा लाइफ़ इंश्योरेंस ने कार्डिएक ट्रेडमिल टेस्ट की सुविधा को ग्राहकों के घर तक पहुंचाने की शुरुआत की
बीमा पॉलिसी लेने के लिए ग्राहकों को मेडिकल जाँच की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जिसमें ग्राहकों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए कोटक महिंद्रा लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने इस प्रक्रिया को ग्राहक के घर तक पहुंचाने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है। केएलआई ने कार्डिएक ट्रेडमिल टेस्ट (सीटीएमटी) और पैथोलॉजी टेस्ट को ग्राहकों के घर पर उपलब्ध कराने के लिए विज़िट हेल्थ के साथ साझेदारी की है।
महेश बालासुब्रमण्यम, मैनेजिंग डायरेक्टर, कोटक महिंद्रा लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, ने कहा, ‘कोटक में हमने हमेशा ग्राहकों को सबसे ज़्यादा अहमियत दी है। बीते कुछ सालों में महामारी की वजह से बीमा उत्पादों की जरूरत और इसके बारे में जागरूकता, दोनों में बढ़ोतरी हुई है। केएलआई ने अपने ग्राहकों को हमेशा नई-नई सेवाएँ उपलब्ध कराने की कोशिश की है और इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए हमने विज़िट हेल्थ के साथ साझेदारी की है,
केएलआई और उसके सहयोगी, विज़िट हेल्थ की मोबाइल मेडिकल वैन ग्राहकों को अपने घर पर आराम से रहते हुए और अपनी इच्छानुसार समय पर मेडिकल जाँच की बुकिंग कराने की सुविधा देते हैं। मेडिकल जाँच की प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए मेडिकल मोबाइल वैन में सभी ज़रूरी उपकरण, सुविधाएँ और एक फुल-टाइम डॉक्टर हमेशा मौजूद होते हैं।
महेश बालासुब्रमण्यम, मैनेजिंग डायरेक्टर, कोटक महिंद्रा लाइफ़ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, ने कहा, ‘कोटक में हमने हमेशा ग्राहकों को सबसे ज़्यादा अहमियत दी है। बीते कुछ सालों में महामारी की वजह से बीमा उत्पादों की जरूरत और इसके बारे में जागरूकता, दोनों में बढ़ोतरी हुई है। केएलआई ने अपने ग्राहकों को हमेशा नई-नई सेवाएँ उपलब्ध कराने की कोशिश की है और इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए हमने विज़िट हेल्थ के साथ साझेदारी की है, ताकि ग्राहकों को अपने घर पर आराम से रहते हुए और अपनी इच्छानुसार समय पर सीटीएमटी टेस्ट कराने की सुविधा उपलब्ध हो सके।
एम्स ऋषिकेश द्वारा ट्रामा रथ के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों और अन्य विद्यालयों में जाकर आम लोगों को इस चिकित्सा पद्धति के बारे में जागरूक…
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास से एम्स के ट्रामा रथ का फ्लैग ऑफ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एम्स ऋषिकेश द्वारा ट्रामा रथ के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों और अन्य विद्यालयों में जाकर आम लोगों को इस चिकित्सा पद्धति के बारे में जागरूक करने एवं प्रशिक्षित करने का अभियान छेड़ा है, यह सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाला राज्य है। चिकित्सा के क्षेत्र में इस तरह की पहल कारगर साबित होंगी।
एसोसिएट प्रो. एम्स ऋषिकेश डॉ. मधुर उनियाल ने कहा कि 11 से 17 अक्टूबर तक ट्रामा सप्ताह के तहत एम्स ऋषिकेश का ट्रामा रथ राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और अन्य विद्यालयों में जाकर छात्र-छात्राओं तथा आम जनमानस को चिकित्सा के प्रति तात्कालिक सहायता और आवश्यक इलाज की जानकारी देगा एवं उन्हें प्रशिक्षित करेगा। यह ट्रामा रथ उत्तराखंड के आम जनमानस में ट्रॉमा चिकित्सा के प्रति जन जागरूकता लाकर उन्हें दुर्घटना के दौरान किस प्रकार से फर्स्ट ऐड दिया जाता है और घायल व्यक्ति की जान कैसे बचाई जा सकती है,
एसोसिएट प्रो. एम्स ऋषिकेश डॉ. मधुर उनियाल ने कहा कि 11 से 17 अक्टूबर तक ट्रामा सप्ताह के तहत एम्स ऋषिकेश का ट्रामा रथ राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और अन्य विद्यालयों में जाकर छात्र-छात्राओं तथा आम जनमानस को चिकित्सा के प्रति तात्कालिक सहायता और आवश्यक इलाज की जानकारी देगा एवं उन्हें प्रशिक्षित करेगा। यह ट्रामा रथ उत्तराखंड के आम जनमानस में ट्रॉमा चिकित्सा के प्रति जन जागरूकता लाकर उन्हें दुर्घटना के दौरान किस प्रकार से फर्स्ट ऐड दिया जाता है और घायल व्यक्ति की जान कैसे बचाई जा सकती है, इसका प्रशिक्षण देगा। सप्ताह भर तक चलने वाले इस कार्यक्रम के तहत ट्रॉमा रथ अलग अलग दिनों में अलग अलग स्थानों पर एम्स के ट्रॉमा विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टरों के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करेगा।