जोशीमठ। वर्ष 1994 में जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन आरंभ हुआ, तब से पहली बार औली बर्फ से लकदक हुआ है। जिसकी वजह से पर्यटकों की आमद बढ़ी है। लेकिन वे देश के सबसे लंबे रोप वे से आवागमन कर औली व हिमालय की वादियों का दीदार करने से वंचित हैं। हालांकि कई बार पर्यटकों को रोपवे से टिकट नहीं मिल पाता था, तो पर्यटक अपने अथवा टैक्सी वाहनों से औली पहुंचकर औली में स्थापित चियर लिफ्ट का आनंद लेता है। लेकिन चियर लिफ्ट को बंद करा दिया गया है।
दरसअल शीतकाल के इस पीक सीजन में रोपवे के दो कर्मचारी कोरोना पोजेटिव मिले, जिस पर रोप वे व चियर लिफ्ट के सभी कर्मचारियों की टैस्टिंग कराते हुए ऐतिहातन दस दिनों के लिए सभी कर्मचारियों को होम आइसोलेशन की सलाह दी गई। जिसके बाद रोप वे व चियर लिफ्ट का संचालन बंद करना पड़ा।