उत्तराखंड के उधमसिंहनगर जिले के रुद्रपुर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब लोक कलाकार देहरादून में लोक कलाकार सांस्कृतिक दलों के ऑडिशन कराने का विरोध में डीएम कार्यालय की बिल्डिंग पर चढ़ गए और छत से नीचे कूदने की चेतावनी देने लगे। जिसे देख पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए। करीब आधे घंटे की हाई बोल्टेज ड्रामे के बाद दोनों को सकुशल नीचे उतारा गया। जिसके बाद एसडीएम ने लोक कलाकारों को आश्वासन देते हुए कहा कि वो उच्च अधिकारियों को इस बाबत सूचना देंगे और मामले का समाधान निकालेंगे।
दरअसल, सूचना विभाग में पंजीकृत सांस्कृतिक दलों के ऑडिशन देहरादून में करने का लोक कलाकार लगातार विरोध कर रहे है। लोक कलाकारों का कहना है कि अगर एक दल के 16 लोग देहरादून में ऑडिशन के लिए जाते हैं, तो 30 से 40 हजार रुपए का खर्चा होता है। पहले ही वो कोविड की मार झेल रहे हैं और अब ऑडिशन से उनके ऊपर एक और बोझ बढ़ रहा है। उनका कहना है कि कुमाऊं का ऑडिशन कुमाऊं में ही होना चाहिए, लेकिन सूचना विभाग के अधिकारी ऑडिशन देहरादून में कराने के लिए अड़े हुए हैं। ऐसे में शासन की अनदेखी के कारण दो कलाकार सुंदर बहादुर और उमेश कुमार डीएम कार्यालय की छत पर चढ़ गए। जैसे ही मामले की सूचना अधिकारियों तक पहुंची, तो कलेक्ट्रेट परिसर में हड़कंप मच गया। आनन फानन में एसडीएम प्रत्यूष कुमार, तहसीलदार छत पर पहुंचे और विरोध कर रहे कलाकारों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन कलाकार सुंदर बहादुर और उमेश कुमार ने उनकी एक न सुनी। कुछ देर बाद सीओ अमित कुमार समेत सिडकुल पुलिस भी मौके पर पहुंची। करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एसडीएम प्रत्यूष कुमार ने दोनों लोक कलाकरों को आश्वासन देकर नीचे उतारा।