मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को एसडीएम मसूरी के माध्यम से ज्ञापन भेजकर मसूरी में आज से 1 जनवरी तक रात्रि कर्फ्यू को हटाने की मांग की है ज्ञापन में मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि मसूरी में बड़ी मुश्किलों से पर्यटन व्यवसाय लौटा है ऐसे में जहां दिनभर पूरे बाजार खुले हुए हैं वही नए साल के जश्न को लेकर पूर्व में ही कई होटल रेस्टोरेंट और अन्य संस्थानों ने पर्यटकों के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। ऐसे में एकाएक ओमिक्रोन संक्रमण को लेकर सरकार द्वारा रात्रि 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाए दिया गया है जिसका विपरीत असर मसूरी और अन्य र्प्यटन स्थलों में देखा जा रहा है इससे कई होटलों में बुकिंग भी कैंसिल हो रही है। उन्होंने कहा कि 2 वर्ष से परेशान व्यापारी को आगामी 3 दिनों में नए साल के समय कुछ आशा बनी थी परंतु सरकार द्वारा एकाएक रात्रि कर्फ्यू लगाए जाने से पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यापारी काफी नाराज हैं उन्होने कहा कि सरकार बिना सोचे समझे फैसला ले रही है। जब सभी बाजार दिनभर खुले है वह बाजारों में लोगो की भींड है ऐसे में रात्रि कर्फ्यू लगाया जाना उचित नही है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि 30 दिसंबर से लेकर 1 जनवरी तक रात्रि कर्फ्यू हटाया जाए जिससे कि मसूरी के समस्त व्यापारी, होमस्टे स्वामी, होटल स्वामी, टैक्सी चालक, रिक्शा चालक मजदूर टूर ऑपरेटर आदि अपना रोजगार सुनिश्चित कर सके। पूरे देश में नए साल के जश्न मनाने के लिए लोग मसूरी नैनीताल ऋषिकेश टिहरी हरिद्वार आदि जगह बुकिंग करा चुके हैं । ऐसे में एकाएक रात्रि कर्फ्यू लगाए जाने से लोग काफी मायूस है सोशल मीडिया में भी इसका विपरीत असर देखने को मिल रहा है।
वही उत्तराखंड की छवि भी खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार द्वारा उनकी मांगों को ध्यान नहीं दिया गया और 30 दिसंबर से 1 जनवरी तक रात्रि कर्फ्यू को नहीं हटाया गया तो समस्त व्यापारी इसको लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगा। और सरकार से यह मांग करेगा कि अगर इन 3 दिनों में रात्रि कर्फ्यू नहीं हटाया जाता तो आगामी 3 महीनों में कोई भी राजनीतिक सभा मसूरी में नही होगी और विधानसभा चुनाव को भी कम से कम 6 महीने के लिए स्थगित कर दिया ताकि सरकार की ओमिक्रोन संक्रमण रोकने की मंशा साफ नजर आए। इस मौके पर मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन े अध्यक्ष रजत अग्रवाल, महामंत्री जगजीत कुकरेजा, कोषाध्यक्ष नागेंद्र उनियाल मौजूद थे।