चलती गाड़ी से टक्कराया भैंसा (Buffalo) : हादसे के वक्त यात्रियों की निकली चीख-पुकार
Dehradun: उत्तराखण्ड में गांव कनौरी पट्टी सुल्तोगानपुर बाजपुर के पास एक गाड़ी से भैंसा टकराने के बाद भैंसा की टक्कर से मिनी बस का अनियंत्रित बिगड़ने से गाड़ी सड़क किनारे जाकर पलट गई। गनीमत रही कि हादसे में किसी को कोई नुकसान की खबर नही है।
बात दें कि बस में सवार तीन महिलाओं सहित छह लोग घायल हो गए। बस में सवार सभी 25 लोग नेपाल से थे जो कि हिमाचल प्रदेश से आकर अपने घर नेपाल लौट रहे थे।
पुलिस ने बस को कब्जे में ले लिया है जबकि बस चालक फरार है। चालक सभी 25 यात्रियों को लेकर आ रहा था। खबर मंगलवार की है जब हाईवे स्थित गांव कनौरी में भैंसा चलती गाड़ी से टकरा गया और बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गई।
वहीं पुलिस के मुताबिक हादसा चालक को झपकी आने से हुआ है वहीं पुलिस ने बस को कब्जे में ले लिया है जबकि बस चालक फरार है। चालक सभी 25 यात्रियों को लेकर आ रहा था। खबर मंगलवार की है जब हाईवे स्थित गांव कनौरी में भैंसा चलती गाड़ी से टकरा गया और बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गई। हादसे में यात्रियों घायल हो गये गंभीर घायलों को नजदीकी सेंटर में भर्ती किया गया।
यात्रियों की चीख-पुकार हुई जिसे सुनकर आसपास के लोगों ने घायलों को बस से निकाला और बचाव कार्य में सहायता की। यात्रियों में तीन महिलाओं को गंभीर चोटें आई है जिन्हें स्थानीय लोगों ने 108 एंबुलेंस की मदद से नजदीकी सीएचसी सेंटर में भर्ती कराया।
बता दें कि हादसे के वक्त यात्रियों की चीख-पुकार हुई जिसे सुनकर आसपास के लोगों ने घायलों को बस से निकाला और बचाव कार्य में सहायता की। यात्रियों में तीन महिलाओं को गंभीर चोटें आई है जिन्हें स्थानीय लोगों ने 108 एंबुलेंस की मदद से नजदीकी सीएचसी सेंटर में भर्ती कराया।
वहीं प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने घायलों को हायर सेंटर रेफर कर दिया। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच-पड़ताल की। जिसमें घायल यात्रियों ने पुलिस को बताया कि वे रोजी रोटी के चक्कर में शिमला हिमाचल में सेब तोड़ने के लिए गए थे और कार्य पूर्ण होने के बाद अपने अपने परिवार सहित अपने देश नेपाल लौट रहे थे।
उत्तराखंड बचाओ आंदोलन के तहत 9 अक्टूबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया जाएगा
देहरादून: उत्तराखंड बचाओ आंदोलन के तहत उत्तराखंड के बुद्धिजीवी एवं समाज सेवकों के द्वारा नई दिल्ली के गढ़वाल भवन में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता समाजसेवी श्री जगदीश भट्ट ने की इस बैठक में उत्तराखंड के वर्तमान हालातों पर चर्चा किया गया एवं उत्तराखंड के बेटी अंकिता भंडारी की हत्या एवं उत्तराखंड सरकार की गैरजिम्मेदार हरकतों के खिलाफ एकजुट होकर उत्तराखंड के लोग आगामी 9 अक्टूबर 2022 को दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देंगे का निर्णय लिया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री जगदीश भट्ट ने कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही निंदनीय है कि हमारी एक बेटी की हत्या कर दी जाती है और सरकार दोषियों को सजा देने के बजाय जांच पर जांच के आदेश दिए जा रहे हैं।
इसके अलावा उत्तराखंड के अंदर अनंत ऐसे घोटाले हैं जो नेताओं और मंत्रियों के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं परंतु सरकार के कानों पर जू तक नहीं रेंगती। उन्होंने कहा हम सभी समाज सेवक मिलकर उत्तराखंड को एक नया विकल्प दे सकते हैं एवं यह पहला विकल्प होगा जहां पर उत्तराखंड के लोग सामाजिक राजनीतिक संगठन के साथ मिलकर जन आंदोलन के तहत उत्तराखंड का नव निर्माण करेंगे। जो एक सुरक्षित, बेहतर और समृद्ध उत्तराखंड के पथ पर अग्रसर होगा।
श्री जगदीश भट्ट ने उत्तराखंड बचाओ आंदोलन को समर्थन दे रहे सभी लोगों से निवेदन किया है कि वे सभी अधिक से अधिक संख्या में 9 अक्टूबर को प्रातः 11ः00 बजे से लेकर शाम 4ः00 बजे तक जंतर मंतर पर मौजूद रहे एवं इस आंदोलन को समर्थन दें उन्होंने कहा कि मैं तमाम उत्तराखंड वासी जो दिल्ली में रह रहे हैं उनसे भी निवेदन करता हूं कि वे सभी लोग अपना थोड़ा सा वक्त निकाल कर इस आंदोलन में शामिल हो और एक प्रगतिशील उत्तराखंड के निर्माण में अपना सहयोग दें।