Char dham Yatra Bus Terminal Rishikesh Telphone No. 0135 2433600 chart Uttarakhand Government Statistics of Char Dham Yatra 2022
एक बार फिर शुरू हुई केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाएं
देहरादून। मानसून के समापन के साथ ही उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) के लिए तीर्थयात्रियों की संख्या भी बढ़ने लगी है। तीर्थयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक बार फिर श्री केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाएं भी शुरू कर दी गई हैं।
चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra)- अन्य धामों के साथ ही 18 किलोमीटर पैदल ट्रैक वाले केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की संख्या में भी लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। प्रत्येक दिन चार से छः हजार के बीच यात्री केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं। हेली सेवाओं के पुनः संचालन से धाम की यात्रा आसान हो गई है। हेली कंपनियों द्वारा तीर्थयात्रियों को बेहतर व्यवस्थाएं मुहैया कराई जाए इसके लिए प्रशासन की ओर से लगातार निगरानी रखी जा रही है।
चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra)- चारधाम में अब तक 33,24,907 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। जबकि सितंबर माह के लिए 05 लाख से अधिक तीर्थयात्री दर्शन के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। गौरतलब है कि केदारनाथ धाम जाने के लिए तीर्थयात्रियों को रुद्रप्रयाग जिले के गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी से हेली सेवा की सुविधा दी जाती है। इस साल पहली बार मानसून के दौरान भी श्रद्धालुओं को हेली सेवा उपलब्ध कराई गई।
चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है
बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा करने के लिए तीर्थयात्री और श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट http://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर ऑनलाइन पंजीकरण करें। वहीं केदारनाथ हेली सेवा हेतु https://heliservices.uk.gov.in पर ऑनलाईन बुकिंग करें।
ब्रह्मलीन श्री देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुये उन्हें नमन किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को श्री जयराम आश्रम भीमगोड़ा में ब्रह्मलीन श्री देवेन्द्रस्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज की अष्टादश पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रतिभाग किया तथा ब्रह्मलीन श्री देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुये उन्हें नमन किया।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ब्रह्मलीन श्री देवेन्द्र स्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज का जीवन सनातन धर्म के संरक्षण एवं लोक कल्याण के कार्यों में बीता तथा उनका संपूर्ण जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है, वे हमेशा निःस्वार्थ भाव से जनसेवा के कार्य में संलग्न रहे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार ने पहली बार कावड़ यात्रा में बजट का प्रावधान किया तथा कांवड़ मेले की बैठक देहरादून के बजाय हरिद्वार में रखी, जिससे सभी कार्य सहज ढंग से सम्पन्न हुये।
मा0 मुख्यमंत्री ने समान नागरिक संहिता का जिक्र करते हुये कहा कि यह पूरे देश में लागू होना चाहिये। उत्तराखण्ड का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता के परीक्षण एवं क्रियान्वयन हेतु गठित विशेषज्ञ समिति आज पोर्टल/वेबसाइट का शुभारंभ करने जा रही है, जिसके माध्यम से समान नागरिक संहिता पर जनता की राय ली जाएगी एवं उनके द्वारा दिए गए बिंदुओं के आधार पर अन्तिम ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की सांस्कृतिक विरासत को संवारने का कार्य किया जा रहा है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर, काशी में भव्य कॉरिडोर, भव्य केदारपुरी का निर्माण कार्य चल रहा है एवं बद्रीनाथ में मास्टर प्लान की तैयारी की जा रही है तथा कश्मीर में धारा 370 हटा कर दो विधान दो निशान की परम्परा को समाप्त करने का कार्य भी उन्होंने किया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार उत्तराखण्ड के ग्रोथ रेट को दोगुना करने के लिये कार्य कर रही है तथा जनता की साझेदार बन कर उत्तराखंड को आने वाले सालों में प्रत्येक क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाएगी।
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने ब्रह्मलीन श्री देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की एवं समाज सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य, गरीबों की मदद, एवं गौ सेवा में उनके योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि महाराज जी की सोच एवं संकल्प को आगे बढ़ाना हम सभी का कर्तव्य है।
योग गुरु स्वामी रामदेव बाबा ने ब्रह्मलीन श्री देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की। जयराम आश्रम का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि यह सेवा, शिक्षा आदि का प्रमुख केंद्र है। उन्होंने मुख्यमंत्री का जिक्र करते हुये कहा कि उनके विश्वास एवं मेहनत ने असाधारण यात्रा को साधारण बनाया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पूरे देश एवं विश्व में शिक्षा, स्वास्थ्य, अध्यात्म, संस्कृति का केंद्र बने, इसके लिए पतंजलि संस्थान कंधे से कंधा मिलाकर हर क्षेत्र में सरकार का सहयोग करेगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जयराम आश्रम के प्रमुख श्री ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने पूज्य गुरूदेव ब्रह्मलीन श्री देवेन्द्रस्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज को नमन करते हुये कहा कि उनके आशीर्वाद से जय राम आश्रम द्वारा सामाजिक हित के अनेक कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने उपस्थित सभी महानुभावों का कार्यक्रम में पधारने के लिये आभार व्यक्त किया।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री प्रेम चन्द्र अग्रवाल, विधायक हरिद्वार श्री मदन कौशिक, रूड़की विधायक श्री प्रदीप बत्रा, पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री यतीश्वरानन्द, आचार्य महामण्डलेश्वर कैलाशानन्द गिरि, महामण्डलेश्वर बालकानन्द गिरि जी महाराज, महामण्डलेश्वर रामेश्वरानन्द, महामण्डलेश्वर ललितानन्द गिरि, आखाड़ा परिषद अध्यक्ष व सचिव महानिर्माणा महन्त रविन्द्रपुरी जी, हास्य कवि श्री सुरेन्द्र शर्मा, जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) श्री पी0एल0 शाह, एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा, बड़ी सख्ंया पूज्य सन्त, अध्यापकगण, छात्र/छात्रायें तथा जयराम आश्रम से जुड़े हुये पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
आजादी के अमृत काल में समान नागरिक संहिता एक बड़ी इबारत होगीः सीएम
सीएम ने प्रदेशवासियों से सुझाव देने की अपील की
प्रदेश में बनाई जा रही समान नागरिक संहिता अन्य राज्यों के लिए भी होगी अनुकरणीयः सीएम
समान नागरिक संहिता के लिए गठित विशेषज्ञ समिति ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से भेंट की
सुझाव के लिए विशेषज्ञ समिति ने पोर्टल लांच किया
उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता हेतु सुझावों के लिए गठित विशेषज्ञ समिति ने सचिवालय में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की। मुख्यमंत्री ने समिति के अध्यक्ष और सदस्य गणो के साथ विचार विमर्श किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रदेश की जनता से वादा किया था कि प्रदेश में समान नागरिक संहिता को लागू किया जाएगा। पहली कैबिनेट बैठक में समान नागरिक संहिता के ड्राफ्ट के लिए समिति के गठन को मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री ने समिति के अब तक के कार्यो की प्रशंसा करते हुए कहा कि विशेषज्ञ समिति ने तेजी से काम किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विशेषज्ञ समिति प्रबुद्ध जनो के साथ आम जन से सुझाव प्राप्त कर प्रदेश की जनता के लिये हितकारी समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार करेगी। यह दूसरे प्रदेशों के लिये भी अनुकरणीय होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समान नागरिक संहिता के संबंध में उत्तराखण्ड की जनता का सकारात्मक रेस्पोंस है।अच्छी भावना के साथ किये गये कार्य सफल होते हैं।
विशेषज्ञ समिति की अध्यक्ष जस्टिस (से.नि.) रंजना प्रकाश देसाई ने बताया कि समान नागरिक संहिता के संबंध मे सुझाव प्राप्त करने के लिये पोर्टल/वेबसाइट https://ucc.uk.gov.in का शुभारंभ किया गया है। इस पर प्रदेश के जनप्रतिनिधि, नागरिक, प्रबुद्धजन, संगठन, संस्थाएं अपने सुझाव अगले 30 दिन अर्थात 7 अक्टूबर तक भेज सकते हैं। समिति हर सुझाव पर पूरी गंभीरता से विचार करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम समान नागरिक संहिता के रूप में आज़ादी के अमृत काल में एक बड़ी इबारत लिखने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से अपने सुझाव देने का आग्रह करते हुए कहा है कि राज्य सरकार अपने हर वादे को पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध है। देश में आज तक किसी भी कानून को बनाते समय इतने बड़े स्तर पर जनता से सुझाव नहीं मांगे गए। प्रदेश के सभी नागरिकों और हितधारकों को एसएमएस और व्हाट्सएप पर पोर्टल के लिंक के साथ अपील भेजी जा रही है। जिसके माध्यम से वे अपने सुझाव एक माह के भीतर दे सकते हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर उत्तराखण्ड के निवासियों के व्यक्तिगत नागरिक मामलों को नियंत्रित करने वाले प्रासंगिक कानूनों – विवाह, तलाक, संपत्ति का अधिकार, उत्तराधिकार, विरासत, गोद लेने और रखरखाव व संरक्षता विषयक सहित – पर मसौदा कानून तैयार करने या मौजूदा कानून में संशोधन करने तथा समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन के सम्बंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया था।
समिति की अनेक बैठकें हो चुकी हैं जिनमें व्यापक विचार विमर्श किया गया है। अब https://ucc.uk.gov.in का शुभारंभ किया गया है। इस पर प्रदेश के जनप्रतिनिधि, नागरिक, प्रबुद्धजन, संगठन, संस्थाएं अपने सुझाव अगले 30 दिन अर्थात 7 अक्टूबर तक भेज सकते हैं।इस दौरान समिति के सदस्य जस्टिस (से.नि.) प्रमोद कोहली, श्री मनु गौड़, श्री शत्रुघ्न सिंह (से.नि. आईएएस), प्रो सुरेखा डंगवाल, सदस्य सचिव एवं अपर स्थानीय आयुक्त श्री अजय मिश्रा उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ एस एस संधु, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।