उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तैयारियां जोरशोर पर शुरू हो चुकी हैं। केदारनाथ धाम में चल रहे निर्माण कार्यों का मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने स्थलीय निरीक्षण किया। इसके साथ ही उन्होंने निर्माण कार्यों से संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर धाम में चल रहे निर्माण कार्यों को शीर्ष प्राथमिकता के साथ शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों व कार्यदायी संस्थाओं को दिए।
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी सहित उपस्थित संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जिलाधिकारी मनुज गोयल को निर्देश देते हुए कहा कि श्री केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण से संबंधित कार्यों की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने, विद्युत व्यवस्था को सुचारु रखे जाने तथा कार्य कर रहे मजदूरों को स्वास्थ्य सुविधा सहित रहने व खाने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।केदारनाथ धाम के अंतर्गत समस्त यात्रा मार्ग में नेटवर्क की उचित व्यवस्था को लेकर भी उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
वहीं लो.नि.वि. के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि धाम में चल रहे कार्यों के दृष्टिगत पर्याप्त संख्या में जेई की तैनाती भी सुनिश्चित की जाए। यदि किसी जेई को पूर्व में तैनाती के निर्देश दिए गए हैं और उनके द्वारा अपनी तैनाती नहीं दी गई है तो संबंधित के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाए। मुख्य सचिव द्वारा यात्रा के दौरान बेहतर स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं को लेकर भी जिलाधिकारी को निर्देशित किया गया।
इस अवसर पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, मुख्य अभियंता लो.नि.वि. अहमद, जिलाधिकारी मनुज गोयल, संयुक्त सचिव श्री केदारनाथ उत्थान ट्रस्ट, अधीक्षण अभियंता लो.नि.वि. राजेश चंद्र शर्मा, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, अधिशासी अभियंता लो.नि.वि. प्रवीण कर्णवाल, अधिशासी अभियंता विद्युत डी.एस. चौधरी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार सहित अन्य विभागीय व कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
हेमकुंड साहिब और घांघरिया का किया हवाई निरीक्षण
केदारनाथ धाम के बाद मुख्य सचिव डा. एस.एस. सन्धु गुरूवार को गोविन्द घाट चमोली पहुंचे। तत्पश्चात हेमकुंड साहिब एवं घांघरिया का हवाई निरीक्षण किया। उसके बाद गोविन्द घाट से पुलना सडक और पैदल मार्ग पर चल रहे कार्यो का निरीक्षण किया। गोविन्दघाट से पुलना जाने वाली सडक आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हो गई थी, उसको यात्रा से पहले सुचारु कराने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने गोविन्दघाट गुरूद्वारा में पीडब्लूडी, बीआरओ, पीएमजीएसवाई, जलसंस्थान तथा वन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें उन्होंने यात्रा शुरू होने से पहले कार्यो को पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने पेयजल,विद्युत की लाइनों को जल्द से जल्द से सुचारु करने के निर्देश दिए। बीआरओ की सडक पर हो रहे कटान को लेकर देहरादून में अधिकारियों के साथ बैठक ली जाएगी। वहीं पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। कहा कि जिन जगहों पर सडक क्षतिग्रस्त हुई है उसको दूर किया जाए और कहा कि जिन कार्यो में देरी होने की संभावना है उन्हें तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए।
इसके बाद मुख्य सचिव ने बद्रीनाथ पहुंचकर मास्टर प्लान के तहत किए जा रहे कार्यो का स्थलीय निरीक्षण किया तथा बीआरओ गैस्ट हाउस में कार्यों के प्रगति की समीक्षा की। संबंधित अधिकारियों ने उन्हें कार्यों की अद्यतन स्थिति के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा जहां पर कार्यों में व्यवधान हो रहा है, तुरन्त जिलाधिकारी से मिलकर कार्य को पूर्ण कराना सुनिश्चत करें। कार्यदायी संस्थाओं को कार्यो को समयबद्धता के साथ पूरा करने के साथ टाइमलाइन देने के निर्देश दिए। कहा कि मैं हर महीने स्वयं निरीक्षण करूंगा। साथ ही उन्होंने कहा कि यह प्रधानमत्री जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है वे स्वयं भी इसकी मानीटरिंग कर रहे हैं।
श्री बद्रीनाथ धाम में बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य होने हैं और नयी टाउनशिप बननी है। इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है और अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि 7-8 महीन में कार्य पूर्ण हो जाएंगे। इस दौरान पर्यटन सचिव दलीप जावलकर, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, बद्रीनाथ केदारनाथ समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार, हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेन्द्रजीत सिंह विंद्रा, एडीएम हेमन्त वर्मा, एसडीएम कुमकुम जोशी, इंजी धर्मेश गंगानी, मुख्य अभियन्ता अयाज अहमद सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।