रूसी सेना यूक्रेन में भयंकर तबाही मचा रही है। हमले में यूक्रेन के प्रमुख परमाणु ऊर्जा संयंत्र में आग लग गई है। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमला बंद करने का आह्वान किया। वहीं खारकीव के अधिकतर हिस्सों पर रूस का नियंत्रण हो चुका है। वहां पर जान-माल को काफी नुकसान पहुंचा है। कई इमारतों और वाहनों को काफी क्षति पहुंची है। इस बीच खबर आई है कि अब यूक्रेन की राजधानी कीव में फिर एक और भारतीय छात्र गोली लगने से घायल हो गया है। छात्र कीव से भागने की कोशिश कर रहा था। तभी गोलीबारी में घायल हो गया। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि कीव के एक छात्र को गोली लगने की सूचना मिली है और उसे तुरंत कीव के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा, भारतीय दूतावास ने पहले प्राथमिकता पर मंजूरी दे दी थी कि सभी को कीव छोड़ देना चाहिए। युद्ध की स्थिति में, बंदूक की गोली किसी के धर्म और राष्ट्रीयता को नहीं देखती है।
बता दें छात्र वर्तमान में युद्धग्रस्त देश यूक्रेन से भाग रहे हैं और अपनी सुरक्षित भारत वापसी के लिए पोलैंड की सीमा तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। चार केंद्रीय मंत्री, हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य एम सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह, यूक्रेन से सटे देशों में निकासी प्रयासों की देखरेख कर रहे हैं।
नवीन की हो गई थी मौत
रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग का सीधा असर भारत पर भी दिखने लगा है। यूक्रेन में छिड़ी जंग में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई थी। मृतक छात्र की पहचान कर्नाटक के रहने वाले नवीन के तौर पर हुई थी। बताया गया कि कर्नाटक का रहने वाला नवीन गवर्नर हाउस के पास कुछ अन्य लोगों के साथ खाने का सामान लेने के लिए स्टोर के पास खड़ा था, उसी वक्त वह रूसी सैनिकों की गोलीबारी की चपेट में आ गया।
पंजाब के बरनाला में 22 साल के छात्र की मौत
वहीं पंजाब के बरनाला जिले के 22 वर्षीय छात्र की बुधवार को युद्ध प्रभावित यूक्रेन में मौत हो गई। मस्तिष्क में खून के प्रवाह में बाधा की बीमारी के लिए करीब एक महीने से उसका उपचार चल रहा था। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि चंदन जिंदल को यूक्रेन के विनित्सिया आपातकालीन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। छात्र के परिवार ने सरकार से उसके पार्थिव शरीर को वापस लाने का अनुरोध किया है।
जिंदल विनित्सिया नेशनल पिरोगोव मेमोरियल मेडिकल यूनिवर्सिटी, विनित्सिया में पढ़ाई कर रहे थे. जिंदल के चाचा कृष्ण गोपाल ने बरनाला में संवाददाताओं से कहा कि उन्हें तीन फरवरी को उसके खराब स्वास्थ्य की सूचना मिली थी और यूक्रेन के अधिकारियों ने ऑपरेशन करने के लिए परिवार की मंजूरी मांगी थी। गोपाल ने कहा कि वह और चंदन के पिता सात फरवरी को यूक्रेन गए थे. गोपाल बाद में लौट आए, जबकि उनके भाई अपने बेटे के साथ यूक्रेन में रह गए।