Global Guide of Heartfulness: New Book ‘The Wisdom Bridge’ by Daaji Brings Focus on Family Resilience, Raising Happy Children and Responsible Teenagers

Spread the love

New Book ‘The Wisdom Bridge’ by Daaji Brings Focus on Family Resilience, Raising Happy Children and Responsible Teenagers

HYDERABAD: In his new book The Wisdom Bridge – Nine Principles to a Life that Resonates in the Hearts of Your Loved Ones, Kamlesh D. Patel ‘Daaji’, the Guide of Heartfulness, says that parents everywhere are doing their best and they need support.

Drawing on ancient stories, discussing contemporary situations, sharing his life learnings, citing research and offering practical ‘how to’ tips, Daaji in The Wisdom Bridge guides us in strengthening the irreplaceable generational bonds of family, and in raising happy children, responsible teenagers and fulfilled adults.

Daaji says, “My new book puts the spotlight on the importance of wisdom in our lives. In times of uncertainty and doubt, wisdom shows the way, it helps us focus on leading a life of inspiration, one filled with meaning and purpose. During the early months of the pandemic, the question that kept coming up in my mind was, ‘How do I help parents through this new normal?’ For the past many years, I have been speaking about the well-being of families, the nurturing of children and the need to take care of our elders. Against the backdrop of the pandemic, with an increased sense of urgency, I started writing this book.”

The current and fourth guide of the Heartfulness global movement, father of two and grandfather of three, Daaji has spent the past four decades training people across the world in Heartfulness meditation.

The Wisdom Bridge is a deeply personal call to fortify existing spiritual and emotional connections within the family that transmit life’s richest learnings across generations. It is a call to build, where not yet existing, such bridges across the oft-cited ‘generation gap’ to meet the needs of every generation living in a family.

In The Wisdom Bridge Daaji lays down a path along nine principles that are expressions of the universal determination of parents to do their best for their children and of communities to see their families thrive.

The Wisdom Bridge (Penguin Random House India) that is available for pre-order on Amazon, is for parents. And Daaji uses the word ‘parent’ to address anyone caring for a child—parents, grandparents, uncles, aunts, teachers and caregivers; and he uses ‘family’ in its many flavours—parents-to-be, large joint families, nuclear families, families with co-parents, single parents and so on.

EARLY PRAISE

The Wisdom Bridge by Daaji is a truly special book for families to read and cherish. I am proud and delighted that he has chosen Penguin Random House India as the home for this timeless and important book.

-Milee Ashwarya, Publisher, Ebury Publishing and Vintage I teach students how to develop an intuitive connection with music through feeling (bhaav). It is through feeling and introspection that self-awareness develops. Whether it’s the journey of music or life, what matters is growing self-awareness. I impart this lesson through the flute, and Daaji does this by pouring the wisdom of spirituality into hearts through meditation.

-Pandit Hariprasad Chaurasia, flautist and teacher What a delight! This book [The Widsom Bridge] removes the difficulty from topics like discipline and character building that most teachers and parents struggle with. Daaji’s idea of wisdom bridges and cherishing them is an ode to the values and ideals of our country. This is a timely book that families will benefit from, including my own.

– Pullela Gopichand, Chief National Coach, Indian Badminton Team

About Daaji Daaji, also known as Kamlesh D. Patel, is the fourth and current spiritual guide of the global Heartfulness movement. He has spent the past four decades training people across the world in Heartfulness meditation. Daaji is the author of the bestsellers The Heartfulness Way (with Joshua Pollock) and Designing Destiny. His work has appeared in The Times of India, Economic Times, Hindustan Times and leading television networks. Daaji gives keynote addresses at conferences and conducts workshops around the world. His passion lies in grassroots efforts, especially in taking meditation to the villages of India. Daaji enjoys going on nature walks with his grandchildren in Kanha Shanti Vanam, India, where he lives with his family.

About Heartfulness

Heartfulness offers a simple set of meditative practices and lifestyle changes, first developed at the turn of the twentieth century and formalized into teaching through the Shri Ram Chandra Mission in 1945. These practices are a modern form of Yoga designed to promote contentment, inner calm, compassion, courage and clarity of thought.  The Heartfulness practices are fit for people over the age of fifteen from all walks of life, cultures, religious beliefs and economic situations. More than 5,000 Heartfulness Centres are supported by many thousands of certified volunteer trainers and practitioners in 160 countries.

दाजी की नई पुस्तक ‘द विजडम ब्रिज’; पारिवारिक मृदुता, प्रसन्नचित बच्चों और जिम्मेदार किशोरों की परवरिश पर ध्यान केंद्रित करती है

हैदराबाद: हार्टफुलनेस के ग्लोबल गाइड कमलेश डी पटेल ‘दाजी’ ने अपनी नई किताब ‘द विजडम ब्रिज- नाइन प्रिंसिपल्स टू ए लाइफ दैट रेजोल्यून्स इन द हार्टफुलनेस’ में लिखा है कि हर जगह माता-पिता अपनी सर्वश्रेष्ठ भूमिका निभा रहे हैं और उन्हें प्रोत्साहन की आवश्यकता है।

प्राचीन कहानियों पर रेखा -चित्र , समकालीन परिस्थितियों पर चर्चा करना, अपने जीवन की शिक्षाओं को साझा करना, अनुसंधान के उद्धरण देना और ‘कैसे करें’ जैसी व्यावहारिक युक्तियों को बताना, ‘द विज़्डम-ब्रिज’ पुस्तक में दाजी परिवार के सदा एक से पीढ़ीगत बंधनों को मजबूत करने और प्रसन्नचित्त बच्चों, जिम्मेदार किशोरों और पूर्ण वयस्कों को उन्नत करने में हमारा मार्गदर्शन करते हैं।

दाजी कहते हैं; मेरी नई किताब हमारे जीवन में ज्ञान के महत्व पर प्रकाश (Global Guide of Heartfulness) डालती है। अनिश्चितता और संदेह के समय में, ज्ञान रास्ता दिखाता है, यह हमें प्रेरणा के जीवन का नेतृत्व करने पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है, जो अर्थ और उद्देश्य पूर्ण होता है। महामारी के शुरु के महीनों के समय, मेरे दिमाग में यह सवाल उठता रहा, मैं इस ‘नए सामान्य’(न्यू नॉर्मल) के माध्यम से माता-पिता की मदद कैसे करूं? पिछले कई सालों से, मैं परिवारों की भलाई, बच्चों के पालन-पोषण और हमारे बड़ों की देखभाल करने की आवश्यकता के बारे में बात कर रहा हूं। महामारी की पृष्ठभूमि में, इसकी बढ़ती आवश्यकता की भावना को महसूस किया और मैंने इस पुस्तक को लिखना शुरू कर दिया।

‘हार्टफुलनेस ग्लोबल मूवमेंट’ (Global Guide of Heartfulness) के वर्तमान और चौथे मार्गदर्शक, दो बच्चों के पिता और तीन बच्चों के दादा, दाजी ने पिछले चार दशक दुनिया भर के लोगों को हार्टफुलनेस ध्यान में प्रशिक्षित करने में बिताये हैं ।

द विज़्डम – ब्रिज पुस्तक परिवार के भीतर मौजूदा आध्यात्मिक और भावनात्मक संबंधों को मजबूत करने के लिए एक गहरी व्यक्तिगत पुकार है जो जीवन की सबसे बहुमूल्य शिक्षाओं को सभी पीढ़ियों के लिए प्रेषित करती है। यह एक परिवार में रहने वाली हर पीढ़ी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हैं और साथ ही बार-बार कही जाने वाली; जनेरेशन गैप; पर ऐसे ब्रिज का निर्माण करने का आह्वान है, जहां ये अभी तक अस्तित्व में नहीं है।

द विज़्डम ब्रिज पुस्तक में दाजी नौ सिद्धांतों के साथ एक मार्ग बताते हैं जो माता-पिता के सार्वभौमिक दृढ़ संकल्प की अभिव्यक्ति हैI इसके फलस्वरूप वे अपने बच्चों और समुदायों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ करें और वे अपने परिवारों को प्रगति करते हुए देखें।

द विजडम ब्रिज (पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया) माता-पिता के लिए है। और दाजी; माता-पिता’; शब्द का उपयोग बच्चे की देखभाल करने वाले किसी भी व्यक्ति को संबोधित करने के लिए करते हैं- माता-पिता, दादा-दादी, चाचा-चाची, शिक्षक और देखभाल करने वालेI वे कई रंगों में ‘परिवार’; शब्द का उपयोग करते हैं – भावी माता-पिता, बड़े संयुक्त परिवार, एकल परिवार, सह-माता-पिता वाले परिवार, एकाकी माता-पिता इत्यादि।

पूर्व प्रशंसा

दाजी द्वारा लिखित पुस्तक ‘विजडम ब्रिज’ परिवारों को पढ़ने और संजोने के लिए वास्तव में एक विशेष पुस्तक है। मुझे गर्व और प्रसन्नता है कि उन्होंने इस कालातीत और महत्वपूर्ण पुस्तक के लिए पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया को घर के रूप में चुना है।

– मिली ऐश्वर्या , प्रकाशक, एबरी पब्लिशिंग और विंटेज मैं छात्रों को सिखाता हूं कि भावना (भाव) के माध्यम से संगीत के साथ सहज ज्ञान युक्त संबंध कैसे विकसित किया जाए। महसूस करने और आत्मनिरीक्षण करने से यह आत्म- जागरूकता विकसित होती है। चाहे वह संगीत की यात्रा हो या जीवन, आत्म-जागरूकता का बढ़ना बहुत आवश्यक है। मैं बांसुरी के माध्यम से यह पाठ पढ़ाता हूं, और दाजी ध्यान करना सीखा कर, दिलों में आध्यात्मिकता के ज्ञान को उंडेल कर ऐसा करते हैं।

– पंडित हरिप्रसाद चौरसिया, बाँसुरी वादक व शिक्षक कितनी खुशी की बात है! यह पुस्तक [द विडसम ब्रिज] अनुशासन और चरित्र निर्माण जैसे विषयों की कठिनाई को दूर करती है जिसमें अधिकांश शिक्षक और माता-पिता संघर्ष करते हैं। दाजी का द विज़्डम ब्रिज और उन्हें संजोने का विचार हमारे देश के मूल्यों और आदर्शों के लिए एक स्रोत है। यह एक सामयिक पुस्तक है जिससे परिवारों को लाभ होगा, और मेरा अपना भी हित होगा।

– पुलेला गोपीचंद, मुख्य राष्ट्रीय कोच, भारतीय बैडमिंटन टीम दाजी के बारे में दाजी, जिन्हें कमलेश डी पटेल के नाम से भी जाना जाता है, वैश्विक हार्टफुलनेस आंदोलन के चौथे और वर्तमान आध्यात्मिक मार्गदर्शक हैं। उन्होंने पिछले चार दशकों में दुनिया भर के लोगों को हार्टफुलनेस मेडिटेशन में प्रशिक्षित किया है। दाजी बेस्टसेलर द हार्टफुलनेस वे (जोशुआ पोलक के साथ) और डिजाइनिंग डेस्टिनी के लेखक हैं। उनका काम टाइम्स ऑफ इंडिया, इकोनॉमिक टाइम्स, हिंदुस्तान टाइम्स और प्रमुख टेलीविजन नेटवर्क में दिखाई दिया है। दाजी सम्मेलनों में मुख्य भाषण देते हैं और दुनिया भर में कार्यशालाओं का आयोजन करते हैं। उनका लगाव जमीनी स्तर के प्रयासों में निहित है, विशेष रूप से भारत के गांवों में ध्यान ले जाने में। दाजी को भारत के कान्हा शांति वनम में अपने पोते-पोतियों के साथ प्रकृति की सैर पर जाने में मजा आता है, जहां वह अपने परिवार के साथ रहते हैं।

हार्टफुलनेस के बारे में

हार्टफुलनेस ध्यान प्रथाओं और जीवनशैली में बदलाव का एक सरल संग्रह प्रदान करता है, जिसे पहली बार बीसवीं शताब्दी में विकसित किया गया था और 1945 में श्री रामचंद्र मिशन के माध्यम से शिक्षण में औपचारिक रूप दिया गया था। ये अभ्यास योग का एक आधुनिक रूप है जिसे संतोष, आंतरिक शांति, करुणा, साहस और विचारों की स्पष्टता को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। हार्टफुलनेस अभ्यास जीवन के सभी क्षेत्रों, संस्कृतियों, धार्मिक विश्वासों और आर्थिक स्थितियों से पंद्रह वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए उपयुक्त हैं। 160 देशों में कई हजारों प्रमाणित स्वयंसेवक प्रशिक्षकों और चिकित्सकों द्वारा 5,000 से अधिक हार्टफुलनेस केंद्रों का समर्थन किया जाता है।


Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Nissan Magnite 2023 | एसयूवी की कीमत लॉन्च के बाद से निसान मैग्नाइट चार महीने में तीसरी बार बढ़ी Motorola G82 5G 8GB 128GB TELEPHONE SHOPPEES घर-घर, आंगन आंगन योग Yoga Free Training | शरीर की सुरक्षा के लिए वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों का प्रशिक्षण देकर 21 मई से 21 जून तक निःशुल्क योग शिविरों का आयोजन Mahila Svayam Samuh Uttarakhand | उत्तराखण्ड की महिला स्वयं समूहों Aao Ham Sab Yog Karen | आओ हम सब योग करें विश्वविद्यालय में एक माह का योग अभियान शुरू -जानिए खबर Film Lemon Tree | फिलिस्तीनी विधवा सलमा ज़िदान अपने नींबू के बाग में काम करती अंतर्राष्ट्रीय मूवी “लेमन ट्री” दून के लोगों को दिखाई गई Mother’s Day celebrated Polly Kids | जमकर झुमे नन्हे-मुन्हें बच्चों के माता-पिता; द पोली किड्स के विभिन्न शाखाओं ने मदर्स डे मनाया IIT Roorkee | सराहनीय आईआईटी रुड़की; विकास को गति देने और ‘लोकल से ग्लोबल’ के उद्देश्य को साकार करने में कर रहा है मदद