उत्तराखंड के नैनीताल जिले में एक गुलदार ने ग्रामीण की जान ले ली। वह रविवार से लापता था। सोमवार को उसका शव जंगल में मिला। इस घटना के ग्रामीणों में दहशत के साथ ही वन विभाग के प्रति आक्रोश भी है। लोगों का कहना है कि पिछले चार दिन के भीतर वन विभाग की फतेहपुर रेंज में गुलदार के हमले की ये दूसरी घटना है।
बताया जा रहा है कि बजूनिया हल्दू निवासी नत्थू लाल रविवार की सुबह 11 बजे जंगल की तरफ घास लेने गए थे। जब वह घर नहीं लौटे तो परिवार के लोगों ने इसकी सूचना मुखानी पुलिस को दी। पुलिस ने भी कोई सहयोग करने की बजाय उन्हें खुद तलाशने की सलाह दे दी। इसके बाद से ग्रामीण उनकी तलाश कर रहे थे।
आज सुबह जंगल से नत्थू लाल का शव बरामद हो गया। साई मंदिर से एक किमी जंगल के भीतर लाश मिली। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में वन्यजीवों का आतंक लंबे समय से है। कई बार अफसरों को ज्ञापन देने के बावजूद गंभीरता नहीं दिखाई गई। गुरुवार को भी टंगर निवासी नंदी सनवाल का शव जंगल में साढ़े तीन किमी अंदर मिला था। पिछले डेढ़ साल में आपस में सटी फतेहपुर और मनोरा रेंज में सात लोग गुलदार के हमले में जान गंवा चुके हैं। बीस किमी के दायरे में ही सब घटनाएं हो रही हैं।