नैनीताल। कुमाऊँ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ नैनीताल (कूटा) ने माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिहं धामी तथा डॉ. धन सिंह रावत उच्च शिक्षा मंत्री उत्तराखंड से उच्च शिक्षा के संविदा प्राध्यापकों के समस्याओं के निराकरण के लिए पत्र भेजा है।
कूटा ने आग्रह किया कि विश्वविद्यालय तथा महाविद्यालयों में संविदा तथा अतिथि व्याख्याता वर्षों से कार्यरत हैं। इनमें से कई संविदा प्राध्यापक विगत 5 से 15 वर्षों से कार्यरत है। उच्च शिक्षा में कार्यरत सभी संविदा/अतिथि प्राध्यापकों को नियमित अथवा तदर्थ नियुक्ति प्रदान करने की मांग की।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के नियमानुसार संविदा प्राध्यापको का वेतन न्यूनतम 50,000/ प्रतिमाह किया जाय। जिस प्रकरण को गत वर्ष कैबिनेट में भी रखा गया था।
राजकीय महाविद्यालयों की भांति कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल के शोधार्थियोें तथा विद्यार्थियों को लैपटाप/टैबलेट प्रदान करने के लिए भी कूटा ने मांग की। कुमाऊँ विश्वविद्यालय का एक परिसर हल्द्वानी/रूद्रपुर में किसी एक स्थान पर स्थापित करने तथा भीमताल परिसर को पूर्ण परिसर का दर्जा प्रदान करने के लिए भी मुख्यमंत्री जी से निवेदन किया।
कूटा नए नैनीताल प्रदान से अपील की है की भवाली मार्ग को ठीक कराया जाय क्योंकि इससे विद्यार्थियों एवं अन्य स्थानियो को भरी दिक्कत हो रही है कुमाऊँ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ नैनीताल (कूटा) की तरफ से प्रो ललित तिवारी, डॉक्टर विजय कुमार, डॉक्टर दीपिका गोस्वामी डॉक्टर दीपक कुमार, डॉक्टर सोहैल जावेद, डॉक्टर प्रदीप कुमार,डॉक्टर पैनी जोशी, डॉक्टर गगन होती, डॉक्टर मनोज धोनी, डॉक्टर सीमा, डॉक्टर रितेश शाह, डॉक्टर ललित मोहन इत्यादि ने पत्र प्रेषित किया है।