मुस्लिम सेवा संगठन ने राजनैतिक दलों पर लगाया मुस्लिम नेताओं की उपेक्षा का आरोप
आबादी के अनुपात में कोई भी पार्टी नही दे रही प्रतिनिधित्व
देहरादून। उत्तराखण्ड में अल्पसंख्यकों की सख्या 14 प्रतिशत है, मगर कोई भी पार्टी आबादी के अनुपात में मुस्लिमों को टिकट नहीं दे रही है। इस बार भी अगर सियासी दलों ने मुस्लिमों को जनसंख्या के हिसाब से टिकट नहीं दिये तो मुस्लिम सेवा संगठन नौ सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेगी।
यह बात गुरुवार को मुस्लिम सेवा संगठन के अध्यक्ष नईम कुरैशी ने प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में मुस्लिम सबसे बड़ी अल्पसंख्यक आबादी है। प्रदेश में अभी तक भी मुस्लिमों को उनकी आबादी के हिसाब से विधानसभा में हिस्सेदारी नहीं मिल सकी है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि तथाकथित सेक्यूलर पार्टियों ने इस समुदाय के केवल वोट बैंक ही समझा है। उन्होने कहा कि जब तक समुदाय को राजनैतिक भागीदारी नही मिलेगी, तब तक समुदाय का उत्थान नहीं होगा।
मुस्लिम सेवा संगठन ने उत्तराखण्ड की राजनीतिक पार्टियों पर मुस्लिम समाज एवं नेताओं की उपेक्षा का भी आरोप लगाया। उन्हें वोट बैंक के रूप में प्रयोग करने की बात कही। कहा कि यदि आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया गया तो नौ सीटों पर संगठन की ओर से प्रत्याशी उतारे जाएंगे।
नईम कुरैशी ने कहा कि प्रदेश की सियासत में मुस्लिम समुदाय को तरजीह नहीं दी गई है। जबकि प्रदेश में करीब 14 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता है। कहा कि मुस्लिम समुदाय हर क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है। समुदाय में शिक्षा का प्रतिशत 68 प्रतिशत ही है। 4.4 प्रतिशत ही हायर एजुकेशन पाते है। देश में दूसरी सबसे बड़ी आबादी के हालात बदतर है। लोकसभा, विधानसभा में हकदार थे, लेकिन नहीं मिला। जो सेकुलर पार्टियां अपना वोटबैंक समझती है, उनसे टिकट की मांग है। जनसंख्या के हिसाब से मुस्लिम समुदाय 20 सीट प्रभावित करते है। मुस्लिम सेवा संगठन ने देहरादून की सहसपुर, धर्मपुर, हरिद्वार की हरिद्वार ग्रामीण, लक्सर, कलियर, मंगलौर, खानपुर, उधमसिंह नगर की किच्छा, जसपुर, गदरपुर व नैनीताल की रामनगर सीट पर मुस्लिम समुदाय के नेताओं को टिकट की वकालत की। ऐसा नहीं होने पर संगठन इन सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा करेगा। प्रेसवार्ता में मुस्लिम सेवा संगठन के उपाध्यक्ष आकिब कुरैशी, महासचिव अर्जेतशा सद्दाम कुरैशी, आसिफ हुसैन, अकरम खान, राशिद अली, महताब, कोषाध्यक्ष मुदस्सिर अख्तर, मीडिया प्रभारी रमीज राजा, शाकेब कुरैशी व इरशाद अहमद आदि मौजूद रहे।