डोईवाला। विधान सभा चुनाव को लेकर राज्य के दोनो प्रमुख राजनैतिक दलों भाजपा और कांग्रेस ने अपने उमीदवारो की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची मे सभी प्रमुख नेताओं के नाम घोषित हो चुके है। राजधानी की महत्वपूर्ण विधानसभा डोईवाला में उम्मीदवार को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों में आत्म मंथन का दौर चल रहा है, और यहाँ की जनता प्रत्याशियों के नामों को लेकर कयास लगाने मे लगी है। राजधानी देहरादून की वीवीआईपी विधानसभा डोईवाला का राजनैतिक इतिहास रहा है कि यहां से जो भी विधायक बना उसे सरकारो में महत्वपूर्ण जिममेदारी मिली।कभी मसूरी विधानसभा मे आने वाली डोईवाला को स्वर्गीय राजेन्द्र शाह के रूप में लम्बे समय तक एक ऐसा जन प्रतिनिधि मिला जिनको उतर प्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री बनने का अवसर मिला था। राज्य बनने के बाद भी यह सीट भाजपा के लिए मुफ़ीद रही वही कांग्रेस सरकार में परिवहन मंत्री रहे हीरा सिंह बिषट ने भी कुछ समय तक इस विधान सभा का प्रतिनिधितव किया।सूबे के दो मुख्यमंत्री रहे डा0 रमेश पोखरियाल ‘निशक ‘और निवर्तमान विधायक पूर्व मुख्यमंत्री तिवेंद्र सिंह रावत ने भी डोईवाला से अपने राजनीतिक केरियर की ऊंची छलांग लगाई थी। एकाएक त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने राजनीतिक जीवन का सबसे बडा फैसला लेते हुए यहाँ से चुनाव न लड़ने की घोषणा करके सारे राजनैतिक समीकरणों को बदल दिया।
भाजपा के उम्मीदवार की घोषणा के बाद ही अपने पत्ते खोलने वाली कांग्रेस भी अपने विपक्षी दल के इस एकाएक हुऐ निर्णय से अपने सम्भावित उम्मीदवार को लेकर मंथन की स्थिति मे है,जहाँ दोनो दल अभी भी विचार विमर्श के दौर मे है,वही छोटे दलों उतराखण्ड कान्ति दल और आम आदमी पार्टी ने सबसे पहले अपने उउमीदवार घोषित कर अपने को ओहपोह की स्थितियों से बचा लिया।निवर्तमान विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री के उत्तराधिकारी की बात करे तो उसमे प्रमुख नाम स्वर्गीय राजेन्द्र शाह के सुपुत्र अमित शाह,उनके विशेष कार्यधिकारी रहे धीरेन्द्र सिंह पंवार,पूर्व राज्य मंत्री करन बोरा,पूर्व ब्लाक प्रमुख रही नगीना रानी का नाम सामने आ रहा है इसके अलावा सी डीएस विपिन रावत के भाई विजय रावत,सौरभ थपलियाल,जितेन्द्र नेगी भी टिकट के दावेदारों मे है,वही कांग्रेस मे टिकट की प्रबल दावेदारों मे मोहित उनियाल,हेमा पुरोहित,गौरव चौधरी का नाम सामने आया है।भाजपा में जहा पूर्व मुख्यमंत्री की इच्छा से उनका उत्तराधिकारी डोईवाला सीट पर लडेगा वही जातिगत समीकरणों की बात करे तो सभी वर्गो का प्रतिनिधित्व करने वाली डोईवाला विधान सभा मे भाजपा किसी ठाकुर उम्मीदवार पर ही दांव लगाएगी इसके विपरीत कांग्रेस मे उनके पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जोकि मौजूदा समय मे उतराखण्ड की चुनाव संचालन समिति को देख रहे है उनकी इच्छा पर टिकट का नाम फाइनल होगा। बहरहाल भाजपा और कांग्रेस मे ठाकुर और ब्राह्मण उम्मीदवार का आना निश्चित दिखाई दे रहा है,वही डोईवाला की जनता पैराशूट उम्मीदवार से इतर अपने बीच के प्रतयाशी को क्षेत्र की कमान सौपना चाहती है।