New Education Policy : इग्नू ने नई शिक्षा नीति- 2020 के तहत शिक्षार्थियों के लिए शुरू की “मल्टिपल ऐंट्री और मल्टिपल ऐक्जिट सुविधा की शुरूआत

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New Education Policy : इग्नू ने नई शिक्षा नीति- 2020 के तहत शिक्षार्थियों के लिए शुरू की “मल्टिपल ऐंट्री और मल्टिपल ऐक्जिट सुविधा की शुरूआत

नैनीताल। New Education Policy:  इंदिरा गाँधी राष्‍ट्रीय मुक्‍त विश्‍वविद्यालय ने अपने एवं अन्‍य विश्‍वविद्यालय के शिक्षार्थियों के लिए “मल्‍टिपल ऐंट्री और मल्‍टिपल ऐक्‍जिट सुविधा की शुरूआत” की है जिसके तहत बीएजी, बीकॉमजी, बीएससीजी एवं बीसीए कार्यक्रमों के शिक्षार्थी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। जो शिक्षार्थी स्‍नातक का प्रथम वर्ष ( दो सेमेस्‍टर एवं 40-44 क्रेडिट ) पूरा करते हैं उन्‍हें प्रमाणपत्र, दि्तीय वर्ष (चार सेमेस्‍टर एवं 80-88 केडिट) पूरा करने पर डिप्‍लोमा तथा तृतीय वर्ष ( छ: सेमेस्‍टर एवं 120-132 क्रेडिट) पूरा करने पर डिग्री प्रदान की जायेगी।

New Education Policy:  इग्‍नू के वरिष्‍ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार डिमरी ने आगे बताया कि इग्‍नू के शिक्षार्थियों के लिए मल्‍टिपल ऐक्‍जिट के मामले में शिक्षार्थियों को उपरोक्‍तानुसार प्रमाणपत्र, डिप्‍लोमा एवं डिग्री प्रदान की जायेगी एवं ऐक्‍जिट करने पर शिक्षार्थी को उसके अनुरोध पर नियत शुल्‍क प्रदान करने पर प्रमाणपत्र दिया जायेगा। मल्‍टिपल ऐण्‍ट्री के केस में ऐण्‍ट्री की सुविधा प्रवेश के केवल छ: वर्षों तक मान्‍य रहेगी। जिस शिक्षार्थी ने प्रथम/दि्तीय वर्ष (दो/चार सेमेस्‍टर) पूरे कर लिये हैं वे क्रमश: दि्तीय/तृतीय वर्ष में उसी कार्यक्रम में लेटरल ऐण्‍ट्री ले सकेंगे। इस संबंध में शिक्षार्थियों को अपने ग्रेड कार्ड एवं प्रमाणपत्र की छायाप्रति उपलब्‍ध करानी होगी। स्नातक सीबीसीएस कार्यक्रम के दूसरे वर्ष में लेटरल ऐण्‍ट्री की मांग करने वाले आवेदक को स्नातक की डिग्री पूरी करने के लिए अधिकतम 4 वर्ष (2+2 वर्ष) की अवधि दी जाएगी।

इसी प्रकार तृतीय वर्ष में लेटरल ऐण्‍ट्री की मांग करने वाले आवेदक को अधिकतम 2 वर्ष (1+1 वर्ष) की अवधि दी जायेगी। जो आवेदक निम्न मांगों को पूरा नहीं कर सकेंगे उन्‍हें उस कार्यक्रम में नया प्रवेश लेकर क्रेडिट ट्रांसफर के नियम के तहत उस कार्यक्रम को पूरा करना होगा। एक कार्यक्रम में लेटरल ऐण्‍ट्री के माध्यम से प्रवेश पाने के इच्छुक आवेदक को एक अलग नामांकन संख्या दी जाएगी और पूर्ण पाठ्यक्रमों के क्रेडिट को नई नामांकन संख्या में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इस लेटरल ऐण्‍ट्री के लिए आवेदक से यथा लागू पंजीकरण शुल्क लिया जाएगा। यह सुविधा अन्‍य संस्‍थानों के शिक्षार्थियों के लिए उपलब्‍ध है ।

New Education Policy:

अधिक जानकारी के लिए विश्वविद्यालय द्वारा जारी अधिसूचना को http://rcdehradun.ignou.ac.in/ के न्‍यूज एंड इवेन्‍ट सेक्‍शन से प्राप्‍त किया जा सकता है। इग्‍नू में नये प्रवेश के लिए अंतिम तिथि 22 सितंबर एवं पुन: पंजीकरण की अंतिम तिथि 17 सितंबर है। क्रमश: दिये गये लिंक https://ignouadmission.samarth.edu.in/ तथा https://onlinerr.ignou.ac.in/ के माध्‍यम से प्रवेश लिया जा सकता है।

प्रो ललित तिवारी
समन्वयक

इग्नू, केन्द्र, डी एस बी कैंपस नैनीताल

कुमाऊं विश्वविद्यालय का गौरव: शोधकर्ता डॉ मनोज कड़ाकोटी को मिला दक्षिण कोरिया में पोस्टडॉक्टोरल पद

डॉ मनोज कड़ाकोटी को रिसर्च ग्रीन एनर्जी कन्वर्जेंस टेक्नोलॉजी में पोस्टडॉक्टोरल शोध पद मिला है| उन्होंने प्रो• राजेंद्र सिंह नैनोसाइंस एंड नैनो टेक्नोलॉजी केंद्र, रसायन विज्ञान विभाग, डीएसबी परिसर, कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल में प्रोफेसर नंद गोपाल साहू की देखरेख में पी एच डी की डिग्री पूरी की है। इससे पहले उन्होंने सल्ट अल्मोड़ा से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की तत्पश्चात पीएनजी कॉलेज रामनगर से स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की है।

Dr Manoj Kadakoti got postdoctoral post in South Korea
Dr Manoj Kadakoti got postdoctoral post in South Korea

अपनी पीएचडी के दौरान उन्होंने वेस्ट अपसाइकिलिंग, ग्राफीन और सुपरकैपेसिटर पर काम किया है उन्होंने सीएसआइआर नेट और गेट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के साथ-साथ अपने शोध पत्र में 19 शोध लेख, 7 पुस्तक अध्याय प्रकाशित किए है और पांच राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पेटेंट प्राप्त किए हैं। उसके अलावा उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक मंचों से कई पुरस्कार मिले हैं। अपने पीएचडी कार्यकाल के दौरान प्रोफेसर साहू और डॉ कड़ाकोटी सहित उनकी टीम ने सफलतापूर्वक इंडस्ट्री को टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की।

दक्षिण कोरिया में डॉक्टर कड़ाकोटी, एडवांस फ्यूचरिस्टिक एनर्जी मटेरियल पर शोध करेंगे। कड़ाकोटी अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता देवकी देवी, पिता स्वर्गीय इंद्र सिंह कड़ाकोटी, और परिजनों, शिक्षकों, सीनियर, सहकर्मियों, जूनियर, कु• मोनिका मटियानी, रसायन विज्ञान विभाग, कुमाऊं विश्वविद्यालय और विशेष रूप से अपने पीएचडी पर्यवेक्षक प्रो• साहू को देते हैं।.

New Education Policy:

डॉ कड़ाकोटी की इस सफलता पर कुलपति प्रोफ़ेसर एन के जोशी, रजिस्ट्रार, डीन साइंस तथा विभागाध्यक्ष रसायन विज्ञान विभाग प्रोफ़ेसर आनंद बल्लभ मेलकानी, निदेशक शोध एवं विकास प्रो ललित तिवारी, प्रोफ़ेसर साहू ने खुशी जाहिर की है तथा उन्हें बधाई भी दी है

कुमाऊं यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन कूटा ने रंगकर्मी एवं एनाउंसर सुरेश गुरुरानी 80वर्ष के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है तथा श्रद्धांजलि दी है। कूटा ने उससे नैनीताल की क्षति कहा है।

कूटा ने कमांडर एयर फोर्स सौरभ जोशी के पिता पूर्व प्रधानाचार्य ज्ञानेंद्र जोशी 91वर्ष के निधन पर दुख व्यक्त किया है तथा श्रद्धांजलि दी है । पूर्व में रतन कॉटेज में निवास के पश्चात वे अब हल्द्वानी शीशमहल में रह रहे थे । कूटा की तरफ से प्रो ललित तिवारी डॉक्टर विजय कुमार डॉक्टर दीपिका गोस्वामी डॉक्टर दीपक कुमार डॉक्टर सोहैल जावेद डॉक्टर पैनी जोशी डॉक्टर गगन होती डॉक्टर मनोज धूनी डॉक्टर सीमा चौहान डॉक्टर रितेश साह डॉक्टर नागेंद्र शर्मा ने दुख व्यक्त किया।


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