हरिद्वार। यमुनानगर हरियाणा में नकली नोटों के नाम पर ठगी करने वाले गैंग में शामिल एक आरोपी की पहचान हरिद्वार पुलिस के जवान के रूप में हुई है। मामला यमुनानगर के गांधीनगर थाने का है। यहां किराना कारोबारी मोहित ने ठगी का एक मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें बताया था कि उसके एक परिचित ने उसे एक व्यक्ति से मिलवाया था। उस व्यक्ति ने दस हजार रुपए के पांच-पांच सौ के नकली नोट बाजार में चलाने की बात कही थी। मोहित ने नकली नोट बाजार में चला दिए। दूसरी बार मुलाकात होने पर उस युवक ने तीन लाख की असली रकम के बदले नौ लाख के नकली नोट देने की बात कही थी। सौदा तय होने के बाद मोहित ने तीन लाख की रकम उसे दे दी। बदले में मोहित को काले रंग का बैग थमा दिया गया। इसी दौरान पुलिस की वर्दी में पहुंचे एक युवक ने उसे पकड़ लिया। डरा धमकाकर असली नोट और नकली नोट के बैग को लेकर फरार हो गया।
पुलिस जांच में गैंग के सात सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़े। सामने आया कि हरिद्वार ज्वालापुर कोतवाली में तैनात कांस्टेबल यशपाल ही वह पुलिसकर्मी है, जिसने किराना कारोबारी को झूठे मुकदमे में फंसा देने की धमकी देकर गैंग के साथ मिलकर उसे ठगा था। हरियाणा पुलिस ने 25 फरवरी को पुलिसकर्मी यशपाल को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सिपाही यशपाल को डीआईजी-एसएसपी डॉ योगेंद सिंह रावत ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।