Ramakrishna Mission Ashram | रामकृष्ण मिशन आश्रम
Dehradun: युवाओं को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहते हुए नए भारत के निर्माण में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना होगा। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने रामकृष्ण मिशन आश्रम (Ramakrishna Mission Ashram) की स्थापना की 125वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित ‘‘राज्य स्तरीय युवा सम्मेलन’’ को संबोधित किया।
राज्यपाल ने कहा कि युवाओं को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहते हुए नए भारत के निर्माण में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना होगा।
युवाओं को विवेकानंद जी (Swami Vivekananda) के आदर्शों को अपने जीवन में उतारना होगा, जो सम्पूर्ण समाज को एक नयी दिशा देंगे। उन्होंने कहा कि युवा विकल्प रहित संकल्प से आगे बढ़ते हुए अपने सपनों को पूरा करें।
स्वामी विवेकानंद जी (Swami Vivekananda) युवाओं के प्रेरणास्रोत ही नहीं रहे हैं बल्कि अपने विचारों से विश्व में भारतीय संस्कृति को स्थापित करने में उनका अतुलनीय योगदान रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि हमारा देश विकसित और समृद्ध भारत की राह में आगे बढ़ रहा है। विश्व गुरु, विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत के महान संकल्पों को हमें पूर्ण करना है। यह संकल्प युवाओं के दृढ़ विश्वास के बल पर ही पूर्ण हो सकता है।
उन्होंने उपस्थित युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जी (Swami Vivekananda) युवाओं के प्रेरणास्रोत ही नहीं रहे हैं बल्कि अपने विचारों से विश्व में भारतीय संस्कृति को स्थापित करने में उनका अतुलनीय योगदान रहा है।
स्वामी विवेकानंद जी की शिक्षाएं हमें बताती हैं कि आप अपने स्वयं के कौशल हैं, आप स्वयं अपनी प्रेरणा बनें। उन्होंने कहा कि हमारा देश संस्कृति, विरासत और परम्पराओं से समृद्ध है। युवा इन्हें अपनी शक्ति के रूप में प्रयोग करते हुए अमृतकाल के इस दौर में भारत ही नहीं बल्कि दुनिया को एक नयी दिशा देने का काम करें।
राज्यपाल ने कहा कि आज का कौशल संपन्न युवा एक सही दिशा में प्रशिक्षित होकर विश्व की बदलती तकनीक के साथ गतिशील बन रहा है। युवा हर क्षेत्र में निपुणता हासिल करने के लिए विवेकानंद जी (Swami Vivekananda) के विचारों से प्रेरणा लें। आज के समय में युवाओं को उनके विचारों और आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने कहा कि भारत के युवाओं में एक अलग क्षमता और नेतृत्व की भावना है।
युवा हर क्षेत्र में निपुणता हासिल करने के लिए विवेकानंद जी (Swami Vivekananda) के विचारों से प्रेरणा लें। आज के समय में युवाओं को उनके विचारों और आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने कहा कि भारत के युवाओं में एक अलग क्षमता और नेतृत्व की भावना है।
मादक पदार्थों का सेवन, भंडारण और तस्करी एक चुनौती
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) के समक्ष राजभवन सचिवालय में उप क्षेत्रीय कार्यालय, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के सहायक निदेशक श्री देवानंद ने संस्थान के क्रियाकलापों व गतिविधियों का प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने उत्तराखण्ड में मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए संस्थान द्वारा किये जा रहे उपायों की जानकारी दी।
राज्यपाल ने कहा कि मादक पदार्थों का सेवन, भंडारण और तस्करी एक चुनौती के रूप में हमारे सम्मुख है। इसकी रोकथाम के लिए सरकारी तंत्र के साथ-साथ सामाजिक संगठनों की भी बड़ी भूमिका है। नशे के विरुद्ध सभी लोगों को एकजुट होकर एक जन आंदोलन बनाने की जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि हम सभी को मिलकर उत्तराखण्ड को ड्रग्स फ्री करने की जरूरत है।
Ramakrishna Mission Ashram | युवाओं को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहते हुए नए भारत के निर्माण में देना होगा अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान
उन्होंने कहा कि स्कूल, कॉलेज तथा विश्वविद्यालयों में बच्चों को इसके दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन संस्थान समय-समय पर करें। विशेषकर युवाओं को नशे व मादक पदार्थों की गिरफ्त में आने से रोका जाना जरूरी है। नशीले पदार्थों की आदत न केवल नशा करने वालों को प्रभावित करती है, बल्कि पूरे परिवार व समाज को भी नुकसान पहुंचाती है। युवा पीढ़ी पर तो इसका बहुत विपरीत असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि संस्थान को पुलिस के साथ मिलकर मादक पदार्थों के अवैध व्यापार में लिप्त लोगों व इसके नेटवर्क को जड़ से समाप्त करने के सामूहिक प्रयास करे।
राज्यपाल ने कहा कि मादक पदार्थों व नशे के व्यवसाय से जुड़े लोगों की पहचान व उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही जरूरी है। इसकी पहचान व मॉनीटरिंग के लिए मास मीडिया, सोशल मीडिया व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नई तकनीकी का प्रयोग किया जाय। उन्होंने संस्थान के अधिकारियों से कहा की रेखीय विभागों के साथ समन्वय कर, खुफिया नेटवर्क को मजबूत करते हुए समय-समय पर प्रवर्तन की कार्यवाही भी की जाय।
इस कार्यक्रम में रामकृष्ण मिशन आश्रम (Ramakrishna Mission Ashram), देहरादून के सचिव स्वामी असीमात्मानंद, रामकृष्ण मिशन आश्रम चंढ़ीगढ के अध्यक्ष स्वामी अनूपानंद, लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी की उपनिदेशक डॉ. अनुपम तलवार सहित विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं।