उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के अध्यक्ष पद पर कोटद्वार से भाजपा विधायक रितु खंडूड़ी भूषण निर्विरोध निर्वाचित हो गई हैं। वह राज्य की पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष हैं। उनके खिलाफ प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी खड़ा नहीं किया। शनिवार को सदन में खंडूड़ी के विधिवत निर्वाचन की घोषणा प्रोटेम स्पीकर बंशीधर भगत ने की।
विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया गुरुवार को प्रारंभ हुई थी। पहले दिन भाजपा विधायक खंडूड़ी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी कैबिनेट के सदस्यों की उपस्थिति में नामांकन दाखिल किया। शुक्रवार को नामांकन के अंतिम दिन निर्धारित समयावधि तक अन्य किसी उम्मीदवार ने पर्चा नहीं भरा। इससे खंडूड़ी के निर्विरोध निर्वाचन का रास्ता भी साफ हो गया था।
रितु खंडूड़ी पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खंडूड़ी की पुत्री हैं। उनके पति आइएएस अधिकारी हैं। उन्होंने कोटद्वार सीट से जीत हासिल की। इसी सीट से एक बार सीएम खंडूड़ी कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी से चुनाव हार चुके थे। इस बार बेटी ने पिता की हार का बदला लेते हुए सुरेंद्र सिंह नेगी को हरा दिया।
गौरतलब है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड की 70 सीटों में से बीजेपी को 47 सीटें मिली। कांग्रेस को 19 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। वहीं, चार सीटें अन्य के खाते में गई। यद्यपि, कांग्रेस ने गुरुवार देर शाम ही विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना प्रत्याशी न उतारने की घोषणा कर दी थी। यह बात अलग है कि निर्वाचन की स्थिति आने पर भी खंडूड़ी की जीत तय थी।