रूसी सेना यूक्रेन में भयंकर तबाही मचा रही है। यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव में रूसी तोपों ने कई रिहायशी इलाकों पर हमला किया है। खार्किव में जारी गोलाबारी में कम से कम 11 नागरिक मारे गए हैं। कीव का कहना है कि पिछले गुरुवार को आक्रमण शुरू होने के बाद से 14 बच्चों सहित 352 नागरिक मारे गए हैं। रूस ने पहली बार स्वीकार किया है कि उसे नुकसान हुआ है। वहीं यूक्रेन में अब भी हजारों भारतीय फंसे हैं। उनको निकालने के लिए भारत सरकार की ओर से प्रयास जारी है। कीव में बार बार धमाकों की आवाजें सुनाई दे रही हैं। वहीं, कीव के बाहरी क्षेत्र की बस्तियों में आग लगी हुई है। इस बीच रूस पर अलग-अलग तरीके के प्रतिबंधों का दौर जारी है। अमेरिका, ब्रिटेन सहित अन्य देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा की है। रूस ने कई महीनों के तनाव के बाद गुरुवार सुबब यूक्रेन के खिलाफ सैन्य ऑपरेशन शुरू किए थे। रूस को यूक्रेन के नाटो में शामिल होने पर आपत्ति थी।
बैंक ऑफ इंग्लैंड ने बढ़ाए प्रतिबंध
बैंक ऑफ इंग्लैंड के साथ-साथ ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के जवाब में सेंट्रल बैंक ऑफ रशियन फेडरेशन (सीबीआर) को सोमवार को निशाना बनाते हुए और अधिक आर्थिक प्रतिबंध लगाये जाने की योजना की घोषणा की है।
एकतरफा प्रतिबंध का चीन ने किया विरोध
रूसी के करीबी सहयोगी चीन ने सोमवार को कहा कि वह एकतरफा लगाए गए अवैध प्रतिबंधों का विरोध करता है और वह रूस के साथ सामान्य कारोबारी सहयोग जारी रखेगा। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि चीन समस्याओं को सुलझाने के लिए प्रतिबंधों का उपयोग करने के कदम का विरोध करता है, खासकर ऐसे प्रतिबंध जो एकतरफा लगाए गए हैं और जिनका अंतरराष्ट्रीय कानून के अंतर्गत कोई आधार नहीं है।
रूस ने भी की जवाबी कार्रवाई, 36 देशों की फ्लाइट्स बैन
रूस ने सोमवार को घोषणा की है कि वो 36 देशों की फ्लाइट्स को बैन कर रहा है। इसमें ब्रिटेन और जर्मनी भी शामिल हैं। इससे पहले कई देशों ने यूक्रेन में रूस की घुसपैठ के बाद रूसी विमानों को प्रतिबंधित कर दिया था।
फीफा ने अगले आदेश तक रूस को सभी अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिताओं से निलंबित करने का निर्णय लिया है।
यूक्रेन ने की सदस्यता की मांग
सोमवार को यूक्रेन ने अपने देश के लिए यूरोपियन यूनियन की तत्काल सदस्यता की मांग की। 44 साल के जेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘हम यूरोपियन यूनियन से एक विशेष प्रक्रिया के तहत यूक्रेन को तत्काल सदस्यता दिए जाने की अपील करते हैं।
भारत स्वदेश लाएगा नागरिक
भारत ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन में जमीनी हालात बहुत मुश्किल और जटिल होने के बावजूद वह युद्धग्रस्त देश से अपने हर नागरिक को स्वदेश वापस लायेगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत, यूक्रेन से अपने हर नागरिक को वापस लेकर आयेगा। ऐसे में (वहां पर फंसे भारतीय) घबराये नहीं, विदेश मंत्रालय की टीम से सम्पर्क करें तथा सीधे सीमा पर नहीं आएं। भारत सरकार ने ऑपररेशन गंगा के तहत भारतीयों को यूक्रेन से निकालने के लिए एक खास ट्विटर हैंडल बनाया है। इस ट्विटर अकाउंट पर यूक्रेन के बॉर्डर से लगते देशों हंगरी, पोलैंड, रोमानिया, स्लोवैक रिपब्लिक- के हैल्प लाइन नंबर जारी किए गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने जताई लड़ाई रुकने की आवश्यकता
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सोमवार को कहा कि रूसी परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रखा जाना रोंगटे खड़े कर देने वाला घटनाक्रम है और परमाणु युद्ध की कल्पना मात्र भी नहीं की जा सकती। उन्होंने उम्मीद जताई कि यूक्रेन और रूस के बीच वार्ता का सार्थक परिणाम लड़ाई रोकने के रूप में आएगा। गुतारेस ने यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के एक आपात एवं विशेष सत्र में कहा कि यूक्रेन में लड़ाई अवश्य रूकनी चाहिए। यह पूरे देश में जारी है।
कीव पर भीषण हमले की तैयारी में रूस, सड़कों पर 64 किमी लंबा सैन्य काफिला
यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे के लिए लगातार हमले के बाद भी असफल रही रूस की सेना ने अब निर्णायक हमले के लिए बड़े पैमाने पर सेना को भेजा है। ताजा सैटलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि यूक्रेन की सड़कों पर रूसी सैनिकों और टैंकों का यह काफिला 64 किमी लंबा है। इस काफिले में टैंक के अलावा हथियारबंद वाहन, तोप, सहायता के लिए अन्य वाहन मौजूद हैं। रूसी सैनिक अभी राजधानी कीव से 25 किमी की दूरी पर हैं और तेजी से राजधानी पर कब्जे के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
कीव में कई जगह हुए बड़े धमाके
लगातार छठवें दिन यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध जारी है। रूस ने सोमवार को यूक्रेन की राजधानी कीव में कई जगह बड़े धमाके किए हैं। धमाकों के बाद लोग बंकर की तरफ भागते दिखे। कीव के ब्रोवैरी सोलेमैंका में ये धमाके हुए हैं। यूक्रेन के तमाम शहरों और सैन्य ठिकानों पर हमला करने के बाद रूस की सेना राजधानी कीव को निशाना बनाती हुई, उसपर कब्जे की कोशिश में है। रूस की आक्रामकता के विरोध में दुनियाभर के देश उसपर प्रतिबंध लगा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने भी रूस की कड़े शब्दों में निंदा की है।
भारत ने तीसरी बार मतदान में नहीं लिया भाग
भारत ने तीसरी बार यूक्रेन पर सुरक्षा परिषद के मतदान में भाग नहीं लिया और कहा कि वह यूक्रेन और रूस द्वारा वार्ता करने के फैसले का स्वागत करता है। भारत के अलावा महाद्वीप से दो अन्य देश चीन और संयुक्त अरब अमीरात ने भी रविवार को एक प्रक्रियात्मक वोट से दूरी बनाई। बता दें यूएन ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण को देखते हुए 193 सदस्यीय महासभा की एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। परिषद ने 40 सालों में पहली बार महासभा की आपात बैठक बुलाई है। आखिरी बार 1982 में अमेरिका ने सीरियाई गोलान हाइट्स पर इजरायल के कब्जे पर एक प्रस्ताव को वीटो कर दिया था।