रूस यूक्रेन के शहरों को अपने नियंत्रण में लेने में लगा हुआ है और यूक्रेन की राजधानी कीव के पास बमबारी तेज कर दी है। रूस के आक्रामक हमले को देखते हुए यूक्रेन के लोग भी अपना देश छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं। वहीं यूक्रेन में फंसे भारतीयों को भी तेजी के साथ निकाला जा रहा है और वापस स्वदेश लाया जा रहा है।
भारतीय वायु सेना की मदद से भारत सरकार अपने नागरिकों को युद्ध क्षेत्र से जल्द से जल्द निकालने में लगी हुई है। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार बुधवार और शुक्रवार के बीच 24 उड़ानों से रोमानिया में बुखारेस्ट और सुकीविया के रास्ते करीब 4,800 भारतीय छात्रों को निकाला जाएगा।
रूसी हमले में मारे गए दो हजार से अधिक नागरिकः यूक्रेन
यूक्रेन की आपातकालीन सेवा के अनुसार रूसी हमले में 2,000 से अधिक नागरिक मारे गए हैं। ये नागरिक अस्पतालों, किंडरगार्टन और घरों को तबाह करने के दौरान मारे गए हैं। रूसी सेना ने यूक्रेन के खेरसन शहर पर कब्जा कर लिया है, स्थानीय अधिकारियों ने बुधवार देर रात इसकी पुष्टि की है।
इतिहास को मिटाने की कोशिश कर रहा रूस
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस यूक्रेनियन, उनके देश और उनके इतिहास को “मिटाने” की कोशिश कर रहा है। मर्सिडीज-बेंज ने रूस के साथ किसी भी तरह का व्यापार नहीं करने का ऐलान किया है। कंपनी को ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि मर्सिडीज-बेंज अगले नोटिस तक रूस के साथ अपनी कारों और वैन के निर्यात को निलंबित कर रहा है।
दस लाख से अधिक लोगों ने छोड़ा यूक्रेन
संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी ने गुरुवार को जानकारी देते हुए कहा है कि रूस द्वारा किए गए हमले के बाद 10 लाख से अधिक लोग यूक्रेन से भाग चुके हैं। शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने ट्वीट कर लिखा कि केवल सात दिनों में हमने यूक्रेन से पड़ोसी देशों में दस लाख शरणार्थियों का पलायन देखा है।
रूस ने खेरसन को लिया कब्जे में
रूस ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन के दक्षिणी शहर खेरसन को पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया है। हालांकि शहर के मेयर का कहना है कि खेरसन अभी भी यूक्रेन के हाथों में है और शहर रूस के कब्जे में नहीं है। वहीं रूस यूक्रेन में काफी तबाही मचा रहा है और इस देश के कई शहरों को तबाह करने में लगा हुआ है। रूस के अनुसार इस युद्ध में अभी तक उसके 498 सैनिक मारे गए हैं। ये पहला मौका है, जब रूस की ओर से इस युद्ध में उसके कितने सैनिक मारे गए हैं। इसकी जानकारी दी गई है।
तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो परमाणु हथियार होंगे शामिल
वहीं, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने तीसरे विश्व युद्ध का जिक्र करते हुए कहा है कि अगर ये युद्ध होता है, तो इसमें परमाणु हथियार शामिल होंगे और ये विनाशकारी होगा। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास के अनुसार, लावरोव ने अल जज़ीरा टेलीविजन चैनल को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि तीसरा विश्व युद्ध विनाशकारी परमाणु युद्ध होगा। साथ ही, लावरोव ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की इस टिप्पणी पर जोर दिया कि तीसरा विश्व युद्ध मॉस्को के खिलाफ वाशिंगटन के कड़े प्रतिबंधों का एक विकल्प होगा। लावरोव ने कहा कि रूस अपने खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों के लिए तैयार था लेकिन वह हैरान है कि कार्रवाई ने खिलाड़ियों और पत्रकारों को प्रभावित किया।
पीएम मोदी ने की रूसी राष्ट्रपति से बात
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन से भारतीयों की सुरक्षित निकासी पर चर्चा की है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर बात की। दोनों नेताओं ने यूक्रेन की स्थिति की समीक्षा की, खासकर खारकीव की जहां बड़ी संख्या में भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। उन्होंने युद्धग्रस्त क्षेत्र से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी पर चर्चा की।
यूक्रेन पर हमले में गति लाते हुए रूस के रक्षा मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि यूक्रेनी फौजों ने खारकीव में भारतीय विद्यार्थियों के एक बड़े समूह को ‘बंधक’ बनाया हुआ है। रूसी सेना के प्रवक्ता ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि हमारी सूचना के मुताबिक, यूक्रेनी अधिकारियों ने खारकीव में भारतीय विद्यार्थियों के एक बड़े समूह को जबरन रोककर रखा हुआ है, जो यूक्रेनी सीमा से निकलकर बोलगोरोड जाना चाहते हैं।
इस बीच, भारतीय विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि यूक्रेन में भारतीयों को बंधक बनाए जाने जैसी कोई ख़बर नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि भारतीयों को निकालने में यूक्रेन ऑथोरिटीज़ से पूरी मदद मिल रही है। बागची ने यह भी कहा कि युद्धरत देश में मौजूद भारतीयों से विदेश मंत्रालय लगातार संपर्क में है। उन्होंने कहा कि किसी भी विद्यार्थी के बारे में बंधक होने जैसी कोई सूचना नहीं मिली है। हमने यूक्रेनी अधिकारियों से विशेष ट्रेनों की व्यवस्था करने का आग्रह किया है, ताकि विद्यार्थियों को खारकीव से देश की पश्चिमी सीमा से सटे देशों में ले जाया जा सके। इससे पहले, रूसी सेना के प्रवक्ता ने कहा था कि दरअसल, उन्हें बंधक बनाकर रखा गया है। रूसी सशस्त्र बल भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाने के लिए तैयार है, और उन्हें रूसी धरती से अपने सैन्य विमानों या भारतीय सैन्य विमानों के ज़रिये घर भेजेंगे। जैसा भी भारत प्रस्ताव रखेगा। सरकारी सूत्रों ने जानकारी दी है कि खारकीव अब दरअसल रूस के नियंत्रण में है, और छात्राओं को पहले ही ट्रेन के ज़रिये यूक्रेन की पश्चिमी सीमा की ओर रवाना किया जा चुका है, जो लगभग 20 घंटे का सफर है।