Sashastr Sena Jhanda Divas | सशस्त्र सेना झंडा दिवस हमें देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों की याद दिलाता
“सशस्त्र सेना झंडा दिवस” के अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से निदेशक, सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास ब्रिगेडियर अमृत लाल (से नि) ने मुलाक़ात कर फ़्लैग लगाया। इस दौरान राज्यपाल ने सशस्त्र सेना झंडा कोष में सहयोग राशि देते हुए प्रदेशवासियों से भी अंशदान देने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने प्रदेश के सभी सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं शहीद सैनिकों के परिजनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस हमें देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों की याद दिलाता है। राज्यपाल ने सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी जनपदों में पूर्व सैनिक, वीरांगनाओं, वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों एवं उनके परिजनों की समस्याओं को दूर करने के लिए एक ठोस व्यवस्था बनाई जाए।
राज्यपाल ने कहा कि पूर्व सैनिकों के लिए ईसीएचएस (स्वास्थ्य सेवाएं), सीएसडी कैंटीन सुविधा के लिए विशेष प्रयास किए जा। राज्यपाल ने कहा कि विभाग पूर्व सैनिकों के फ़ोन नंबरों को संकलित कर मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से उसे संकलित करे। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड सैन्य भूमि है और हम सब का प्रयास होना चाहिए कि प्रदेश के पूर्व सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिजनों की अधिक से अधिक सहायता की जाए। इस दौरान उपनिदेशक सैनिक कल्याण कर्नल एम.एस.जोधा(से नि), सूबेदार मेजर एम.एल.भट्ट, श्री हेमचंद्र चौबे मौजूद रहे। Sashastr Sena Jhanda Divas
भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर जी हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में मंगलवार को भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के मौक़े पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें अपनी भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर जी हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा कि हम सबको उनके दिखाए गए सामाजिक न्याय और समरसता के मार्ग पर चलना चाहिए। बाबा साहब के महान आदर्श एक श्रेष्ठ समाज और मज़बूत लोकतांत्रिक व्यवस्था का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
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दो पुस्तक “The quantum book of SOMA” व “ Russia Ukraine war: Lesson Learnt” का भी विमोचन किया
राज्यपाल लेफ़्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने मंगलवार को नंदा की चौकी स्थित टॉन्स ब्रिज स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। राज्यपाल ने इस दौरान मेजर जनरल जी डी बख्शी (से नि) द्वारा लिखित दो पुस्तक “The quantum book of SOMA” व “ Russia Ukraine war: Lesson Learnt” का भी विमोचन किया।
इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि भारतीय सेना से अपनी सेवाएं पूर्ण करने के बाद देश, समाज, संस्कृति, सभ्यता और हमारी आने वाली पीढ़ी से कैसे जुड़े रहा जा सकता है, इस बात को हम जनरल बख्शी से सीख सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि जनरल बख्शी के साथ उन्हें तीन बार काम करने का मौका मिला, जिस दौरान उन्होंने बहुत कुछ नया सीखा।
राज्यपाल ने कहा कि हमको पता होना चाहिए कि हमारी जड़ और पहचान क्या है। उन्होंने कहा हम सबको अपनी धरोहर पहचानना ज़रूरी है। राज्यपाल ने कार्यक्रम में मौजूद छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम सब नेतृत्व करने वाला बने, इसके लिए हम अपने आप में नेतृत्व की शक्ति को विकसित करें।
राज्यपाल ने “यूक्रेन-रुस युद्ध” पर लिखी पुस्तक के बारे में कहा कि इस पुस्तक में 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध और 2021 से शुरू हुए यूक्रेन-रुस युद्ध के तौर तरीकों की तुलना की है। राज्यपाल ने कहा कि आज के दिन भारत भी दो मोर्चों पर खड़ी चुनौती का जवाब दे रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा देश चीन-पाकिस्तान को गलवान और बालाकोट में करारा जवाब दे चुका है। Sashastr Sena Jhanda Divas
राज्यपाल ने “क्वांटम बुक ऑफ़ सोमा” के बारे में कहा कि सोमा को ऋग्वेद के नौवें मण्डल में वर्णित किया गया है। उन्होंने कहा कि हमें अपने वेद पुराणों के ज्ञान को जानना ज़रूरी है। राज्यपाल ने कहा कि जिस दिन हम अपना इतिहास जानना शुरू कर देंगे उस दिन भारत को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता है। कार्यक्रम में पूर्व सैन्य अधिकारियों के साथ ही स्कूल के छात्र-छात्राएँ भी उपस्थित रहे।
आपदा मोचन निधि और राज्य आपदा न्यूनीकरण निधि के अंतर्गत विभिन्न प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान
मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु की अध्यक्षता में मंगलवार को आपदा प्रबंधन विभाग की राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में राज्य आपदा मोचन निधि और राज्य आपदा न्यूनीकरण निधि के अंतर्गत विभिन्न प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में 208.12 करोड़ की लागत के बलियानाला ट्रीटमेंट कार्य को सहमति प्रदान की गई। मुख्य सचिव ने योजना पूर्ण होने की प्रस्तावित समय 4 साल को घटा कर 2 साल में पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्य 2 अथवा 3 शिफ्ट में युद्ध स्तर पर किया जाए। जो कार्य समानांतर शुरू किए जा सकते हैं, किए जाएं, एवं टेंडर भी तुरंत जारी किए जाएं। मुख्य सचिव ने इस कार्य में पर्यटन को जोड़े जाने की बात कही। बैठक के दौरान 1020.09 लाख की लागत के नैनीताल में डीएसबी कॉलेज बालिका छात्रावास और ठंडी सड़क के भूस्खलन की रोकथाम कार्य को भी सहमति प्रदान की गई।
मुख्य सचिव ने आपदा प्रबंधन विभाग को प्रदेश में मानसून काल के दौरान विभिन्न जनपदों और रेखीय विभागों को दी जाने वाली राशि उपलब्ध कराने में उदारवादी होने की बात कही। साथ ही निर्देश दिए कि विभागों को टारगेट दिए जाएं ताकि तेजी से कार्य पूर्ण किए जा सकें, इससे आमजन की समस्याओं का तेजी से निस्तारण किया जा सकेगा। बैठक में 15.00 करोड़ की लागत से आपदा के त्वरित प्रतिवादन हेतु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आईआरएस सिस्टम और सॉफ्टवेयर विकास कार्य को भी स्वीकृति प्रदान की गई। उन्होंने इसमें आईटीडीए को भी शामिल किए जाने के निर्देश दिए। Sashastr Sena Jhanda Divas
मुख्य सचिव ने 30.00 करोड़ की लागत के प्राकृतिक विपत्तियों के कारण क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं की तात्कालिक मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्यों को सहमति देते हुए उत्तराखण्ड जल संस्थान को प्रदेशभर के अधिक से अधिक कार्यों को शामिल करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक विपत्तियों के कारण पाइपलाइंस टूटने से बहुत से क्षेत्रों को पानी की समस्या से जूझना पड़ता है, इसके लिए शीघ्र बैठकें आयोजित कर सैचुरेशन प्लान तैयार किया जाए। समिति की बैठक के दौरान 175.00 लाख की लागत के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेटियोरोलॉजी (आईआईटीएम) पुणे के माध्यम से देहरादून और श्रीनगर में वज्रपात की चेतावनी हेतु सेंसर लगाए जाने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।