हिमालयन हॉस्पिटल में हुई युवक की पार्टाे विधि से सफल सर्जरी

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– एक माह से युवक मुंह से खून आने की समस्या से पीड़ित था

डोईवाला। हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में चिकित्सकों ने एक युवक के पेट की पार्टाे विधि से सफल सर्जरी कर उसे नया जीवनदान दिया है। युवक लगभग एक महीने से मुंह से खून आने की समस्या से परेशान था। सर्जरी के बाद युवक पूरी तरह स्वस्थ है।
हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट के इंटरवेंशन रेडियोलॉजी विभाग के इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट डॉ. विनायक जेधे ने बताया कि देहरादून निवासी 35 वर्षीय रवि तोमर मुंह से खून आने की समस्या को लेकर मेडिसिन विभाग में आये जहां से उन्हें इंटरवेंशन रेडियोलॉजी विभाग के लिए रेफर किया गया। डॉ. विनायक जेधे ने युवक को तुरंत भर्ती किया और उसकी जांचे करवायी। जांच में युवक का ब्लड प्रेशर काफी कम था और लगातार खून बहने की वजह से हिमोग्लोबिन 5 ग्राम रह गया था। इस वजह से उसकी जान के लिए भी खतरा उत्पन्न हो गया था। मरीज की नाजुक हालत को देखते हुये तुरंत सर्जरी का निर्णय लिया गया। डॉ. विनायक जेधे ने पार्टों विधि से मरीज की खराब नसों को बंद किया। जिससे मरीज का खून बहना बंद हो गया और उसकी जान बच गयी। इसके बाद मरीज को एक हफ्ते तक डॉ. सौरभ सिंह, डॉ. पवित, डॉ. नैना, डॉ. चंदन की टीम की कड़ी निगरानी में रखा गया। इस दौरान मरीज को सही दवा व खून चढ़ाकर मरीज की स्थिति को सामन्य किया गया। पूरी तरह स्वस्थ होने के पश्चात उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। डॉ. विनायक जेधे ने बताया कि युवक लीवर सिरोसिस की बीमारी से पीड़ित था। पार्टाे विधि से सर्जरी करने पर बिना कोई टांका लगाये एक छोटा छेद करके मरीज का उपचार किया जाता है।

क्या है इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी
इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट डॉ. विनायक जेधे ने बताया कि रेडियोलॉजी अभी तक जांच तक ही सीमित था लेकिन चिकित्सा के क्षेत्र में आये दिन नये अविष्कार के चलते रेडियोलॉजी का क्षेत्र काफी विस्तृत हो गया है। ये तकनीक ट्यूमर से लेकर कई जटिल आपरेशन में कारगर साबित हो रही है। इस प्रक्रिया का फायदा ये है कि इससे सर्जिकल प्रोसिजर कम होता है। जिसमें शरीर के बाकी हिस्सों को भी नुकसान नहीं पहुंचता है। इसमें एक खाली और लचीला तार होता है, जिसे आसानी से शरीर के अंदरूनी अंगों तक पहुंचा दिया जाता है। इसे एक बेहद बारीक कैथेटर की मदद से नष्ट हुई ब्लड ट्यूब तक पहुंचाया जाता है। ये रक्त के प्रवाह को रोकते हैं और उसे ठीक करने में भी मदद करते हैं। इस तकनीक से ऐसी नसों को ठीक कर पाना संभव हो सका है, जो पिछले कुछ समय तक नामुमकिन काम था।

हिमालयन हॉस्पिटल में इंटरवेंशन रेडियोलॉजी की सुविधा
उन्होंने बताया इंटरवेंशन रेडियोलॉजी में नसों की जांच, वैरीकोस वेंस, खून बहने वाली खराब नसों को बंद करना, बंद नसों को खोलना, पीलिया का इलाज, रसोली का बिना टांको के इलाज, नसों में बने क्लोट को निकालना, कैंसर की जांच के अलावा कई तरह कैंसर का इंटरवेंशन किया जाता है। इंटरेवेंशन रेडियोलॉजी में काफी सारे प्रोसिजर आयुष्मान योजना, ईसीएचएस, सीजीएचएस के अंतर्गत पूरी तरह निशुल्क किये जाते है। उन्होंने बताया कि इंटरवेंशन रेडियोलॉजी से इलाज की सुविधा अभी तक दिल्ली व मुंबई जैसे महानगरों में ही उपलब्ध थी। लेकिन अब यह सुविधा मरीजों को हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट में उपलब्ध है।


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