बुधवार की सुबह धार्मिक यात्रा के दौरान रथ बिजली की तारों की चपेट में आ गया। इसके करंट लगने के कारण 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोगों के घायल होने की बात सामने आई है। मरने वालों में 2 बच्चे भी शामिल हैं। यह हादसा तमिलनाडु के तंजावुर में हुआ। यहां एक मंदिर में उत्सव का आयोजन किया जा रहा था। मंदिर से निकलने वाली रथयात्रा के दौरान यह हादसा हुआ। पुलिस ने कहा कि यह घटना उस समय हुई जब लोग मंदिर की पालकी पर खड़े थे। पालकी कालीमेडु के अप्पर मंदिर में एक हाई-ट्रांसमिशन लाइन के संपर्क में आ गई। अधिकारियों ने कहा कि मंदिर की पालकी को मोड़ने के समय ओवरहेड लाइन के संपर्क में आने के कारण यह भीषण हादसा हुआ।
हादसा उस वक्त हुआ जब मंदिर की कार ओवरहेड लाइव वायर के संपर्क में आई। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया और आपातकालीन सेवाओं के लिए जिलाधिकारी मौके पर पहुंचे। रथ मोड़ ले रहा था, लेकिन उसे कुछ बाधा का सामना करना पड़ा। इसके बाद इसे पीछे किया जा रहा था। इसी दौरान रथ ओवरहेड लाइन के संपर्क में आया। पीटीआई के मुताबिक, घायल हुए तीन लोगों को तंजावुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। हादसे में रथ पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
अधिकारियों ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मारे गए लोगों में दो बच्चे भी शामिल हैं। साथ ही गंभीर रूप से झुलसे तीन लोगों को इलाज के लिए तंजावुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। तिरुचिरापल्ली के मध्य क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक वी बालकृष्णन ने हादसे को लेकर कहा है कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।