एक व्यक्ति ने 1982 में पहली शादी की और इसके बाद दूसरी शादी 2002 में। फिर उसे शादी का ऐसा चस्का चढ़ा कि उसने एक के बाद 17 शादियां कर डालीं। उसने ने झांसा देकर महिला वकील, टीचर और पुलिस की अफसर से भी शादी कर डाली। शख्स ने हर महिला से अपनी अन्य शादियों की बात छिपाई और धोखा दिया। शख्स ने किसी एक जगह नहीं, बल्कि ये शादियां देश के अलग-अलग हिस्से की महिलाओं से की। इस 54 साल के शख्स को ओडिशा से अरेस्ट किया गया है। आरोपी की पहचान रमेश चंद्र स्वैन उर्फ बिधू प्रकाश स्वैन उर्फ रमानी रंजन स्वैन के रूप में हुई है। वह ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले का निवासी है।
पहले शिकायत में उसकी 14 शादी की बात सामने आई थी। अधिकारी ने बताया कि विभिन्न राज्यों की मध्यम आयु वर्ग, शिक्षित और संपन्न 14 महिलाओं से शादी करने वाले ओडिशा के 66 वर्षीय शख्स की 3 और पत्नियां सामने आने के साथ इस लिस्ट में अब 17 पत्नियां हो गई हैं। वह न्यायिक हिरासत में है। पहले यह आरोप लगाया गया था कि उसने 14 शादियां की थीं। पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक डॉक्टर की फर्जी पहचान के तहत महिलाओं से संपर्क करने वाले आरोपी ने छत्तीसगढ़ की एक चार्टर्ड अकाउंट, असम के एक चिकित्सक और ओडिशा की एक उच्च शिक्षित महिला से भी शादी की थी।
भुवनेश्वर के पुलिस उपायुक्त यूएस दाश ने भुवनेश्वर में संवाददाताओं से कहा कि फर्जी डॉक्टर की तीन और पत्नियों की पहचान की गई है। ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले के एक छात्र ने यह भी आरोप लगाया कि फर्जी डॉक्टर ने उसे राज्य के एक मेडिकल कॉलेज में सीट दिलाने का आश्वासन देकर 18 लाख रुपये ठगे। दाश ने कहा कि उनके मोबाइल फोन फोरेंसिक लैब में भेजे जाएंगे और उनके वित्तीय लेनदेन की जांच की जाएगी।
आरोपी के पास तीन पैन कार्ड और 11 एटीएम कार्ड पाए जाने के बाद से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से भी मदद मांगी गई है। पुलिस के अनुसार, उसने आगे बढ़ने से पहले अपनी पत्नियों से लाखों रुपये ठगे, जिनमें से 4 ओडिशा में, 3 दिल्ली में, 3 असम में, 2-2 मध्य प्रदेश और पंजाब में और 1-1 छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तर प्रदेश में रहती हैं।
डॉ बिभु प्रकाश स्वैन और डॉ रमानी रंजन स्वैन जैसे अलग-अलग नाम हासिल करने वाले रमेश चंद्र स्वैन ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले के एक तटीय गांव का रहने वाला है। स्वैन महिलाओं को राजी करने और कॉलेज के शिक्षकों, यहां तक कि कठोर पुलिसवालों और वकीलों को भी लुभाने में माहिर था। वह कामदेव के तीर से सहचर्य के लिए बेताब मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं पर प्रहार करता था।
हालांकि, उसकी किस्मत ने 38 साल बाद उसे धोखा दे दिया, जब सोमवार को वेलेंटाइन डे पर उसे दिल्ली से उसकी नवीनतम पत्नी के आरोप के आधार पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उससे उसने 2020 में शादी की थी। स्वैन ने पहली बार 1982 में और आखिरी बार 2020 में शादी की थी। एक शिक्षक से उनकी आखिरी शादी दिल्ली के एक आर्य समाज मंदिर में हुई थी। हालांकि उन्होंने आरोपों को खारिज किया। कोर्ट ले जाते समय स्वैन ने कहा कि मैंने इन सभी महिलाओं से शादी नहीं की है और मैं वास्तव में एक डॉक्टर हूं। स्वैन ने वैवाहिक वेबसाइटों पर महिलाओं से दोस्ती की और चतुराई से अपनी वैवाहिक स्थिति को छुपाया।
स्वैन अधेड़ उम्र की अविवाहित महिलाओं को अपना निशाना बनाता था, जो साथी की तलाश में रहती थी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पीड़ितों में वकील, शिक्षक, डॉक्टर और उच्च शिक्षित महिलाएं, जिनमें से ज्यादातर ओडिशा से बाहर की हैं। दास ने कहा कि उनका एकमात्र इरादा पैसे को इकट्ठा करना और महिलाओं से शादी करने के बाद उनकी संपत्ति हासिल करना था।
पांच बच्चों का पिता है स्वैन
स्वैन पांच बच्चों का पिता हैय़ उसने पहली शादी 1982 में की और दूसरी शादी 2002 में की। जांच के दौरान, पुलिस ने यह भी पाया कि स्वैन ने पंजाब में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की एक महिला अधिकारी से शादी की थी और उससे 10 लाख रुपये वसूले थे। डीसीपी ने कहा कि उसने गुरुद्वारे से 11 लाख रुपये की ठगी की, जहां सीएपीएफ अधिकारी के साथ विवाह समारोह आयोजित किया गया था।
इससे पहले स्वैन को केरल पुलिस ने 2006 में 13 बैंकों से करीब एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश देने का वादा करके कई छात्रों को धोखा देने के बाद उसे हैदराबाद पुलिस की एक टास्क फोर्स ने भी गिरफ्तार किया था। उसने हैदराबाद के एक नर्सिंग होम के मालिक समेत छात्रों से करीब 2 करोड़ रुपये वसूल किए थे। पुलिस पहले ही स्वैन द्वारा ठगे गए 14 पीड़ितों में से नौ से संपर्क कर चुकी है और उन्हें संदेह है कि कई अन्य महिलाएं भी उसकी शिकार हो सकती हैं। वे अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा और स्थिति में बाधा डालने के डर से बाहर नहीं आ सकती हैं।
उसके खिलाफ महिला थाने में आईपीसी की धारा 498 (ए), 419, 468, 471 और 494 के तहत मामला दर्ज किया गया था। स्वैन के किराए के घर में तलाशी अभियान के दौरान पुलिस ने 11 एटीएम कार्ड, अलग-अलग पहचान वाले 4 आधार कार्ड और अलग पहचान का एक बिहार स्कूल का सर्टिफिकेट जब्त किया है।