पारंपरिक पकवानों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तीन दिवसीय फूड फेस्टिवल समाप्त

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मास्टर शेफ पंकज भदौरिया ने उत्तराखण्ड के व्यजनों का लिया स्वाद

उत्तराखंड के पारंपरिक पकवानों को बढ़ावा देने के उददेश्य से तीन दिवसीय फूड फेस्टिवल का समापंन हो गया। तीन दिवसीय फूड फेस्टिवल प्रसिद्ध कुकरी किताब लिखने वाली मास्टर शेफ पंकज भदौरिया ने उत्तराखण्ड के व्यजनों को लेकर लगाई गई विभिन्न स्टालों का निरिक्षण कर स्टाल में परोसे जा रहे व्यजनों का स्वाद लिया वही व्यजनों के स्वाद को लेकर हैरान भी दिखे। उन्होने व्यजन तैयार करने वाले स्थानीय महिला और षेैफों कि जमकर तारीफ ही। वहीं, जाने माने फूड क्रिटिक पुष्पेश के. पंत लोगों को भोजन से जुड़ी पुरानी परंपराओं को नए दृष्टिकोण को साझा किया।
मास्टर शेफ पंकज भदौरिया ने कहा कि उत्तराखण्ड का मौसम के साथ महौल और यहां की पैदावार बहुत अच्छी है उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड का खाना अपने आप में बहुत स्वादिश्ट और सेहत के लिये बहुत लाभदायक है। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड के लोगो को फूड फैस्टीवल तक ही सीमित नही रहना है उसके लिये सभी को मिलकर उत्तराखण्ड के व्यंजनोे का व्यापक प्रचार प्रसार करे। उन्होने उत्तराखण्ड सरकार की फूड फैस्टीवल को लेकर जमकर सहराहना की और कहा कि प्रदेष सरकार कि इन प्रयासों से प्रदेष के उत्पाद और व्यजनों को देश विदेशो में लोग जानेगे जिससे यहा के स्थानीय लोगो के साथ किसानो को काफी लाभ मिलेगाव रोजगार के साधन भी उपलब्ध होगे।
उन्होंने कहा कि फूड फेस्टिवल मालरोड में आयोजित किया गया है जो एक अच्छा प्रयास है क्योंकि माल रोड में घूमते समय पर्यटक विभिन्न स्टालों में उत्तराखंड के विभिन्न उत्पादों और मसालों से बने व्यंजनों का स्वाद चख रहे हैं उन्होंने कहा कि स्थानीय महिला द्वारा पहाड़ी उत्पादों से पिज़्ज़ा मोमो ब्राउनी डोसा आदि बनाया जा रहा है उन्होंने कहा कि कई महिला समूह द्वारा भी विभिन्न प्रकार के पकवान और व्यंजन बनाए जा रहे हैं जो कि एक सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि फूड फेस्टिवल के माध्यम से स्थानीय व्यंजनों के साथ महिलाओं के हुनर को भी बढ़ावा मिल रहा है और इस तरीके के कार्यक्रम लगातार आयोजित होने चाहिए। उन्होंने कहा कि पहाड़ी उत्पादों की मांग विदेशों में भी होने लगी है परंतु उसके लिए सरकार को प्रयास करने होंगे और पहाड़ी व्यंजनों के लिए एक मार्केट स्थापित करनी होगी जिससे कि उसका प्रचार प्रसार के साथ उत्पादकों की बिक्री हो सके।
मसूरी में गढवाल महिला समूह ने बताया कि फूड फेस्टिवल में प्रतिभाग करने में उनको काफी अच्छा मिला वहीं उनके खाने को भी लोगों ने बहुत ज्यादा सर आया है उन्होंने कहा कि कई एस वही पहाड़ी कहानी स्वादिष्ट होने के साथ कई औषधि गुण भी है जिसको महिला समूह द्वारा लोगों को समझाएं क्या भाई लोगों ने बड़े आनंद से स्वाद लिया उन्होंने कहा कि अगर सरकार महिलाओं को समूह की मदद करें तो यह व्यंजन देश-विदेश में ही पर चलाए जा सकते हैं जिससे महिलाओं के साथ लोगों को रोजगार मिलेगा और पलायन को रोकने में काफी अहम योगदान साबित होगा।
माल रोड पर आयोजित होने वाले फूड फेस्टिवल में पर्यटकों ने उत्तराखंड के पहाड़ी पकवान का जमकर लुत्फ उठा सकते हैं। फेस्टिवल में उत्तराखंडी लोक नृत्य, लाइव बैंड और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करने के साथ बच्चों के लिए विभिन्न खेल गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। फेस्टिवल में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय कलाकार प्रदेश की संस्कृति और कला से रूबरू कराया। इसके साथ ही फूड फेस्टिवल के दौरान विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता भी आयोजित कराई जाएगी और विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
उत्तराखंड के पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक विवेक चौहान ने कहा कि नए साल को देखते हुए मसूरी में पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने लगा है। ऐसे में मसूरी में आयोजित होने वाले फूड फेस्टिवल में देश विदेश के पर्यटको ने पहाड़ी पकवान का आनंद लिया। उन्होने कहा कि र्प्यटन विभाग द्वारा फूड फेस्टिवल के माध्यम से उत्तराखंड के पौष्टिक व्यंजन के साथ उत्पादों का प्रचार प्रसार करना है जिससे की पहाड़ी व्यंजनों के माध्यम से पहाड़ में रोजगार के साधन उपलब्ध हो सके।
उत्तराखंड होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप साहनी ने कहा कि मसूरी फूड फेस्टिवल का आयोजन काफी सफल रहा ।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आपदा के बाद मसूरी में शुरू हुए विंटर लाइन कार्निवल और फूड फेस्टिवल के सफल आयोजन के बाद आज विभिन्न प्रदेशों में इसका आयोजन किया जा रहा है। उत्तराखंड में फूड फेस्टिवल और कार्निवल का आयोजन यहां की संस्कृति के साथ यहां के व्यंजन और उत्पादों को देश विदेश तक पहुंचाना था जिसमें काफी हद तक सफल रह। उन्होंने कहा कि पहाड़ से पलायन रोकने में पहाड़ के उत्पाद और व्यंजन काफी कारगर सिद्ध हो सकते हैं परंतु इस को लेकर सरकार को काम करना होगा वही पहाड़ी व्यंजनों के साथ उत्पादकों को देश-विदेश से तक पहुचाने के लिए लगातार इस तरीके के कार्यक्रम आयोजित करने होंगे।

मसूरी फूड फूड फेस्टिवल में विभिन्न प्रतियोगिता में विजेता के नाम
जूनियर मास्टर शेफ में देविक ने पहला स्थान, संस्कृति ने दूसरा और नंदिनी ने तीसरा स्थान हासिल किया। 18 साल से ऊपर के फूड इनोवेटर विकास राणा ने पहला, अनु ने दूसरा और पीयूष ने तीसरा स्थान हासिल किया। पारंपरिक श्रेणी फूड स्टॉल में फर्म ब्रेंटवुड होटल ने प्रथम, गढ़भोज उत्तरकाशी ने दूसरा और सरस्वती स्वयं सहायता समूह मसूरी ने तीसरा स्थान हासिल किया। फयूजन भोजन में उदपी कैफे मसूरी ने पहला स्थान औरहोटल केसर पत्ता ने दूसरा स्थान हासिल किया।


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