युवाओं को विवेकानंद जी (Swami Vivekananda) के आदर्शों को अपने जीवन में उतारना होगा, जो सम्पूर्ण समाज को एक नयी दिशा देंगे। उन्होंने कहा कि युवा विकल्प रहित संकल्प से आगे बढ़ते हुए अपने सपनों को पूरा करें।  

राज्यपाल ने कहा कि हमारा देश विकसित और समृद्ध भारत की राह में आगे बढ़ रहा है। विश्व गुरु, विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत के महान संकल्पों को हमें पूर्ण करना है। यह संकल्प युवाओं के दृढ़ विश्वास के बल पर ही पूर्ण हो सकता है। 

स्वामी विवेकानंद जी (Swami Vivekananda) युवाओं के प्रेरणास्रोत ही नहीं रहे हैं बल्कि अपने विचारों से विश्व में भारतीय संस्कृति को स्थापित करने में उनका अतुलनीय योगदान रहा है। 

स्वामी विवेकानंद जी की शिक्षाएं हमें बताती हैं कि आप अपने स्वयं के कौशल हैं, आप स्वयं अपनी प्रेरणा बनें 

हमारा देश संस्कृति, विरासत और परम्पराओं से समृद्ध है। युवा इन्हें अपनी शक्ति के रूप में प्रयोग करते हुए अमृतकाल के इस दौर में भारत ही नहीं बल्कि दुनिया को एक नयी दिशा देने का काम करें। 

युवा हर क्षेत्र में निपुणता हासिल करने के लिए विवेकानंद जी (Swami Vivekananda) के विचारों से प्रेरणा लें। 

युवा हर क्षेत्र में निपुणता हासिल करने के लिए विवेकानंद जी (Swami Vivekananda) के विचारों से प्रेरणा लें। आज के समय में युवाओं को उनके विचारों और आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है।