तस्करी के नए-नए और खतरनाक तरीके खोजे जा रहे हैं। जयपुर (Jaipur) में एक विदेशी महिला के प्राइवेट पार्ट में ड्रग पकड़ा गया है। डीआरआई (DRI) ने पकड़े गए ड्रग की कीमत छह करोड़ रुपये आंके है। यह ड्रग्स वह प्राइवेट पार्ट (rectum-vagina) और पेट में छिपाकर लाई थी। DRI (direct revenue services) ने बताया कि इस ड्रग को निकालने में करीब 11 दिन का समय लगा।
बीते दिनों मुंबई में तो हाई प्रोफाइल क्रूज़ ड्रग्स मामले ने तूफ़ान ही खड़ा कर दिया था। अब एक और हैरान कर देने वाला मामला जयपुर में दिखाई दिया जहाँ एक महिला ने अपने प्राइवेट पार्ट को ही स्मगलिंग का जरिया बना दिया। महिला दुबई के शारजाह से यह ड्रग्स लेकर जयपुर पहुंची थी। मेडिकल टीम ने जांच की तो पता चला महिला अपने बॉडी में करीब 88 कैप्सूल लेकर आई थी। महिला से कैप्सूल बरामद कर गुरुवार को उसे जेल भेज दिया गया है। हेरोइन को लिक्विड में बदल कर प्लास्टिक की थैलियों के कैप्सूल बनाए गए थे।
शारजाह से 19 फरवरी को सूडान की एक महिला जयपुर एयरपोर्ट पहुंची थी। इंटेलिजेंस से रिपोर्ट मिली थी कि महिला बड़ी मात्रा में ड्रग्स लेकर आई है। महिला से पूछताछ की तो उसने कुछ बताया नहीं। DRI अधिकारियों की ओर से मेडिकल टेस्ट की परमिशन ली गई। जांच में पता चला कि महिला के प्राइवेट पार्ट में कैप्सूल है। फिर ड्रग वाले कैप्सूल को निकालने की प्रक्रिया शुरू हुई। महिला को SMS अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
प्राइवेट पार्ट और पेट से करीब 88 कैप्सूल निकाले गए। महिला ने 30 से अधिक कैप्सूल को पेट में छिपा रखा था। हेरोइन को लिक्विड में बदल कर प्लास्टिक की थैलियों के कैप्सूल बनाए गए थे। महिला को 11 दिन तक डॉक्टर्स की टीम ने ऑब्जर्वेशन में रखा गया। महिला का दोबारा मेडिकल करवाया गया। तबीयत सही होने पर गुरुवार को दोबारा कोर्ट में पेश किया गया।
डीआरआई ने पकड़े गए ड्रग की कीमत छह करोड़ रुपये आंकी
डॉक्टर्स ने बताया कि तस्करों ने महिला के पेट में जो कैप्सूल डाले थे उसकी रैपिंग बहुत सही ढंग से कर रखी थी। अगर एक कैप्सूल पेट में एसिड के कारण फट जाता तो महिला की मौके पर मौत हो सकती थी। उसके शरीर में करीब 862 ग्राम हेरोइन थी। डॉक्टर्स का मानना है कि इतनी मात्रा में हेरोइन बेहद खतरनाक है।